बालोतरा उपखण्ड अधिकारी प्रभातिलाल जाट आखिरकार धनाढ्य लोगों के अतिक्रमणों को नहीं हटाकर गरीब लोगों को कितने दिन तक सताते रहेंगे। उपखण्ड अधिकारी जाट की जब से नियुक्ति हुई है उस समय से मात्र कहर गरीब लोगों पर ही बरसाया जा रहा है। कभी तो सब्जी व फ्रूट बेचने वाले थेले संचालको से छीना-झपटी कर पॉलिथीन थैलियां जब्त की, तो कभी रास्ते में खड़े थेले को उल्टा किया। कभी पॉलिथिन की थैलियां में कोई भी सामग्री ले जाते व्यक्ति व महिलाएं के हाथ से थैली खींचकर सामान सडक़ पर फैंककर नुकसान किया। वहीं कभी स्वयं ही रास्ते में खड़े वाहन की हवा निकाल दी। उपखण्ड अधिकारी ने अतिक्रमण हटाने के मामले में मात्र दुकानों के आगे बनी सीढिय़ां, छप्पर व छोटा-मोटा अतिक्रमण हटाकर शहरवासियों को मात्र परेशान किया जा रहा है। कुछ समय पूर्व लघु उद्योग मंडल में आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ो उद्यमियों के सामने उपखण्ड अधिकारी ने मंच से घोषणा की थी कि लुनी नदी में गौशाला की आड़ में व छतरियों का मोर्चा पर रास्ते की भूमि पर दुकाने बनाकर किया गया पक्का अतिक्रमण शीघ्र ही हटाया जाएगा। कुछ समय पूर्व क्षेत्रीय सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी के बालोतरा प्रवास के दौरान कांग्रेस व भाजपा कार्यकत्र्ताओं ने शिकायत की थी कि शहर के पचपदरा रोड़ पर प्रजापत समाज छात्रावास से आगे रास्ता 150 फीट कायम किया हुआ है तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग के नियम में भी 50 मीटर रास्ता दर्शाया हुआ है। अनेक लोगों ने 150 फीट रास्ता छोडक़र निर्माण किया गया है, मगर कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों व एक भूमाफिया द्वारा रास्ता को संकड़ा कर मात्र 100 फीट कर दिया है। सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने उपखण्ड अधिकारी को लगभग एक माह पूर्व जांच कर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन आज दिन तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसी प्रकार वार्ड संख्या 16 में महादेव मंदिर के सामने आम सडक़ पर रेम्प बनाकर अतिक्रमण करने व सडक़ लेवल से ऊपर किया गया अतिक्रमण हटाने की शिकायत मौहल्लेवासियों द्वारा की गई, लेकिन अतिक्रमण आज दिन तक नहीं हटाया गया। इसी तरह हरीजन बस्ती में जाने वाले मुख्य सडक़ मार्ग पर भी एक पेट्रोल पम्प मालिक द्वारा भी रास्ते की भूमि पर दीवार बनाकर अतिक्रमण किया हुआ है। ऐसे अतिक्रमण हटाने से आमजन को आवागमन में राहत मिलेगी। भाजपा जनप्रतिनिधियों के विशेष सहयोग से शहर के पुराना बस स्टेण्ड पर स्थ्ति विश्राम गृह जो सडक़ के बीचो-बीच स्थित था, वह हटाया गया। उस समय भी उपखण्ड अधिकारी जाट ने विश्राम गृह के सामने स्थित पेट्रोल पम्प की दीवार का कुछ भाग लगभग 7 फीट हटाने का आश्वासन दिया था, मगर नहीं हटाया गया। उपखण्ड अधिकारी जाट द्वारा गरीबों को परेशान करके धनाढ्य लोगों के अतिक्रमण नहीं हटाने के पीछे क्या मंछा है ? यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है, अगर भाजपा सरकार के मुखिया उपखण्ड अधिकारी की इस तरह की कार्यशैली पर अंकुश नहीं लगाया गया, तो आगामी दिनों में भाजपा सरकार की भयंकर बदनामी होगी तथा आम गरीब लोगों का भाजपा से विश्वास उठ जाएगा। जिस का परिणाम आगामी चुनाव में भाजपा को भुगतना पड़ सकता है। हाल ही में पचपदरा में उपखण्ड अधिकारी ने पिछड़ी जाति के एक व्यक्ति के घर में घुसकर मिट्टी के बर्तनों की तोड़ फोड़ की थी, उस मामले में उपखण्ड अधिकारी को मुंह की खानी पड़ी। वहीं इस तरह के रवैये से आम लोग चर्चा करते है कि उपखण्ड अधिकारी एक घर दीपावली, एक घर होली क्यों कर रहे है।
आखिर कब हटेगा धनाड्य लोगों का अतिक्रमण
बालोतरा उपखण्ड अधिकारी प्रभातिलाल जाट आखिरकार धनाढ्य लोगों के अतिक्रमणों को नहीं हटाकर गरीब लोगों को कितने दिन तक सताते रहेंगे। उपखण्ड अधिकारी जाट की जब से नियुक्ति हुई है उस समय से मात्र कहर गरीब लोगों पर ही बरसाया जा रहा है। कभी तो सब्जी व फ्रूट बेचने वाले थेले संचालको से छीना-झपटी कर पॉलिथीन थैलियां जब्त की, तो कभी रास्ते में खड़े थेले को उल्टा किया। कभी पॉलिथिन की थैलियां में कोई भी सामग्री ले जाते व्यक्ति व महिलाएं के हाथ से थैली खींचकर सामान सडक़ पर फैंककर नुकसान किया। वहीं कभी स्वयं ही रास्ते में खड़े वाहन की हवा निकाल दी। उपखण्ड अधिकारी ने अतिक्रमण हटाने के मामले में मात्र दुकानों के आगे बनी सीढिय़ां, छप्पर व छोटा-मोटा अतिक्रमण हटाकर शहरवासियों को मात्र परेशान किया जा रहा है। कुछ समय पूर्व लघु उद्योग मंडल में आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ो उद्यमियों के सामने उपखण्ड अधिकारी ने मंच से घोषणा की थी कि लुनी नदी में गौशाला की आड़ में व छतरियों का मोर्चा पर रास्ते की भूमि पर दुकाने बनाकर किया गया पक्का अतिक्रमण शीघ्र ही हटाया जाएगा। कुछ समय पूर्व क्षेत्रीय सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी के बालोतरा प्रवास के दौरान कांग्रेस व भाजपा कार्यकत्र्ताओं ने शिकायत की थी कि शहर के पचपदरा रोड़ पर प्रजापत समाज छात्रावास से आगे रास्ता 150 फीट कायम किया हुआ है तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग के नियम में भी 50 मीटर रास्ता दर्शाया हुआ है। अनेक लोगों ने 150 फीट रास्ता छोडक़र निर्माण किया गया है, मगर कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों व एक भूमाफिया द्वारा रास्ता को संकड़ा कर मात्र 100 फीट कर दिया है। सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने उपखण्ड अधिकारी को लगभग एक माह पूर्व जांच कर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन आज दिन तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसी प्रकार वार्ड संख्या 16 में महादेव मंदिर के सामने आम सडक़ पर रेम्प बनाकर अतिक्रमण करने व सडक़ लेवल से ऊपर किया गया अतिक्रमण हटाने की शिकायत मौहल्लेवासियों द्वारा की गई, लेकिन अतिक्रमण आज दिन तक नहीं हटाया गया। इसी तरह हरीजन बस्ती में जाने वाले मुख्य सडक़ मार्ग पर भी एक पेट्रोल पम्प मालिक द्वारा भी रास्ते की भूमि पर दीवार बनाकर अतिक्रमण किया हुआ है। ऐसे अतिक्रमण हटाने से आमजन को आवागमन में राहत मिलेगी। भाजपा जनप्रतिनिधियों के विशेष सहयोग से शहर के पुराना बस स्टेण्ड पर स्थ्ति विश्राम गृह जो सडक़ के बीचो-बीच स्थित था, वह हटाया गया। उस समय भी उपखण्ड अधिकारी जाट ने विश्राम गृह के सामने स्थित पेट्रोल पम्प की दीवार का कुछ भाग लगभग 7 फीट हटाने का आश्वासन दिया था, मगर नहीं हटाया गया। उपखण्ड अधिकारी जाट द्वारा गरीबों को परेशान करके धनाढ्य लोगों के अतिक्रमण नहीं हटाने के पीछे क्या मंछा है ? यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है, अगर भाजपा सरकार के मुखिया उपखण्ड अधिकारी की इस तरह की कार्यशैली पर अंकुश नहीं लगाया गया, तो आगामी दिनों में भाजपा सरकार की भयंकर बदनामी होगी तथा आम गरीब लोगों का भाजपा से विश्वास उठ जाएगा। जिस का परिणाम आगामी चुनाव में भाजपा को भुगतना पड़ सकता है। हाल ही में पचपदरा में उपखण्ड अधिकारी ने पिछड़ी जाति के एक व्यक्ति के घर में घुसकर मिट्टी के बर्तनों की तोड़ फोड़ की थी, उस मामले में उपखण्ड अधिकारी को मुंह की खानी पड़ी। वहीं इस तरह के रवैये से आम लोग चर्चा करते है कि उपखण्ड अधिकारी एक घर दीपावली, एक घर होली क्यों कर रहे है।