आचार्य लोकेशजी अमेरिका की विश्व शांति यात्रा से पूर्व श्री नाकोड़ा तीर्थ पहुंचे।
*बालोतरा में विभिन्न संस्थाओं की ओर से शांतिदूत आचार्य लोकेशजी का भावपूर्ण स्वागत।*
*विश्व में शांति व सद्भावना के लिए तीव्र प्रयत्न की जरूरत – आचार्य लोकेश*
*आचार्य लोकेशजी व श्री श्री रविशंकरजी अमेरिका में विश्व शांति संवाद को संबोधित करेंगे।*
बालोतरा : राजस्थान मारवाड़ क्षेत्र के जन्मे, शिक्षित, दीक्षित विश्व शांतिदूत आचार्य डॉ लोकेशजी अमेरिका में शांति व सद्भावना यात्रा पर रवाना होने से पूर्व आज प्रात: जोधपुर से सड़क मार्ग द्वारा बलोतरा होते हुए श्री नाकोड़ा तीर्थ स्थान पहुंचे जहां उन्होने जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ से विश्व में शांति व सद्भावना की प्रार्थना की।
बालोतरा पहुँचने पर विभिन्न संस्थाओं की ओर से आचार्य डॉ लोकेशजी का शाल ओढ़ाकर भावपूर्ण स्वागत किया गया तथा अमेरिका की शांति सद्भावना यात्रा के लिए मंगल कामना की। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गौरव का विषय है कि हमारी माटी का सपूत विश्व को शांति की राह दिखाने के यहीं से यात्रा शुरू कर रहे हैं।
अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्य डॉ लोकेशजी ने इस अवसर पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि रशिया व यूक्रेन के बीच चल रहे घमासान युद्ध से उत्पन्न हालात के मद्देनजर दुनिया तीसरे विश्व युद्ध के मुहाने पर खड़ी है, ऐसे समय में विश्व में शांति व सद्भावना के प्रयत्नों को बहुत तीव्र करने की आवश्यकता है। आचार्य लोकेशजी ने बताया कि इसी भावना से प्रेरित होकर 4 जून को उन्होने अमेरिका कलिफोर्निया के लॉस एंजिल्स शहर में एक ग्लोबल पीस डाइलॉग (विश्व शांति संवाद) का आयोजन किया है, जिसमे आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक विश्व विख्यात आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर जी सहित शिक्षा, चिकित्सा, साहित्य, कला, संस्कृति, मीडिया एवं समाज सेवा से जुड़े विश्व की अनेक विशिष्ट हस्तियाँ भाग ले रही हैं ।
आचार्य लोकेशजी ने कहा कि मेरा यह सौभाग्य है कि मुझे विरासत में भगवान महावीर का अहिंसा, अनेकांत का दर्शन मिला जिसके द्वारा विश्व में शांति और सद्भावना के स्वपन को साकार किया जा सकता है। उन्होने कहा कि हमारा महान भारत देश, अनेकता में एकता जिसकी मौलिक विशेषता है सर्वधर्म सद्भाव जिसका मूल मंत्र है अपनी बहुलतावादी संस्कृति के कारण विश्व में जिसकी विशिष्ट पहचान है, मैं अपनी अमेरिका की शांति सद्भावना यात्रा के दौरान सभी जगह में भगवान महावीर का अहिंसा दर्शन और भारतीय संस्कृति के वसुधेव कुटुंबकम के संदेश को पहुचाऊंगा। उन्होने बताया कि वे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर न्यू यॉर्क में आयोजित कार्यक्रम तथा शिकागो में जैन टैम्पल की वर्षगांठ में भी शिरकत करेंगे।