जयपुर, 4 अगस्त। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री कालीचरण सराफ ने शुक्रवार को प्रातः राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान में जीवनवाहिनी ‘‘इंटीग्रेटेड एम्बुलेंस योजना’’ का सुदृढ़ीकरण करने के लिए जोड़ी जा रही नयी एम्बुलेंस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। बेड़े में कुल 100 नयी एम्बुलेंस जोड़ी जा रही है। आज प्रथम चरण में 34 वाहनों को ऑनरोड़ किया गया व शेष 66 वाहनों को आगामी एक माह में ही ऑनरोड़ कर दिया जायेगा।
श्री सराफ ने विश्वास व्यक्त किया कि इन नयी एम्बुलेंस के जुड़ने से एम्बुलेंस उपलब्ध कराने की सुविधाओं में और सुधार होगा और जरूरतमंदों को समय पर एम्बुलेंस मिल सकेगी। इस समय एम्बुलेंस के लिए सूचना प्राप्त होने पर शहरी क्षेत्रों में औसतन 22 मिनट एवं ग्रामीण क्षेत्रों में औसतन 25 मिनट में एम्बुलेंस पहुंचायी जा रही है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में पीड़ित व्यक्ति को ‘‘गोल्डन ऑवर’’ में चिकित्सा सुविधा मिलना आवश्यक है। इसी प्रकार प्रसूता महिलाओं तथा बीमार नवजात बच्चों को समय पर चिकित्सा संस्थान पर पहुंचाने हेतु त्वरित एम्बुलेंस सेवा आवश्यक है। उन्होंने बताया कि टोल फ्री नम्बर 108 अथवा 104 नंबर डायल कर ‘‘इन्टीग्रेटेड एम्बुलेंस योजना’’ के तहत एम्बुलेंस की सेवायें प्राप्त की जा सकती है।
श्री सराफ ने बताया कि ‘‘इंटीग्रेटेड एम्बुलेंस योजना’’ में इस समय कुल 1425 एम्बुलेेंस संचालित की जा रही है। इनमें 108 एम्बुलेंस के 647, 104 जननी एक्सपे्रस के 586 व बेस एम्बुलेंस के 192 वाहन शामिल है। इनके अतिरिक्त 108 एम्बुलेंस के 79 वाहन नकारा घोषित किये जा चुके थे एवं 21 वाहन भी सेवा योग्य नहीं होने के कारण नकारा घोषित होने की प्रक्रिया में है। अब इनके स्थान पर 100 नयी एम्बुलेंस जोड़ी जा रही है।
सात एम्बुलेंसकर्मी पुरस्कृत
चिकित्सा मंत्री ने इस अवसर पर अच्छी सेवायें प्रदान करने के लिए सात एम्बुलेंसकर्मियों को प्रशंसा-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इनमें सर्वश्री मंयक जयसवाल, उदयसिंह, मोहम्मद शफीक, साजिद खान, विनोद मालव, मोइनुद्दीन व कुशाल योगी शामिल है।
इस अवसर पर प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती वीनू गुप्ता, स्वास्थ्य सचिव एवं मिशन निदेशक एनएचएम श्री नवीन जैन, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. वी.के.माथुर, परियोजना निदेशक एनएचएम अंजू राजपाल सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।