लूनी नदी में प्रदूषण की समस्या को लेकर किसानों ने अपनी मांग को उठाया हैं जो एनजीटी न्यायलय में विचाराधीन हैं मोके पर मौजूद ग्रामीणों ने आरोप लगाया की उधमियों की नजर अब जोजरी नदी को प्रदूषित करने की हैं ये जोजरी नदी का बहाव क्षेत्र हैं जिसका विरोध जताया जा रहा हैं बरसात के समय यहाँ पानी का निकास होता हैं और ओधोगिक इकाइयों का प्रदूषित पानी जब यंहा प्लांट में पहुंचेगा तो आस पास के खेत खराब होंगे और हमारी जमीन को नुकसान पहुंचेगा । ग्रामीणों ने बताया कि ये जोजरी के बहाव क्षेत्र में जमीन को सरकार द्वारा बालोतरा प्लांट के लिए आवंटित किया गया है प्रदूषण को लेकर हम यंहा निर्माण नहीं कार्य होने देंगे । विरोध की जानकारी मिलने के बाद भी मौके पर नहीं पहुचे कोई अधिकारी जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष हैं जिसको लेकर राणाराम मेघवाल , चंम्पलाल , नारायण राम , लुम्बाराम , राजूराम , घेवरचंद , देवाराम , हरिराम , पन्नाराम , विरमाराम , भंवरलाल सहित ग्रामीणों ने विरोध किया ।
ट्रस्ट को जमीन जिला कलेक्टर द्वारा आवंटित की गई है , सही रूप में निर्माण कार्य करवा कर पानी को वहा भेजा जायेगा ।
सुभाष मेहता
बालोतरा सीईटीपी अध्यक्ष