वाचक संत रामप्रकाश महाराज ने कहा कि मनुष्य अपने जीवन में सतकर्म
करेगा तो निश्चित रूप से भव सागर से बेडा पार हो जायेगा। उन्होने कहा
कि मनुष्य अपनी कमाई का कुछ अंश गौ सेवार्थ खर्च करेगा तो उसका जीवन
धन्य हो जायेगा। कथा वाचक रामप्रकाश महाराज ने आज दक्ष प्रजापति, सति,
शिवजी, वीरभद्र, सुरीची एवं सुनिता एवं घु्रव का संवाद का वर्णन किया।
आंकडली गौ सेवा सहयातार्थ आयो जित कथा के दौरान संत वेदानंत सरस्वृति ने
गौ माता क महत्व एवं आज उसकी महत्ती आवश्यकता पर प्रकाश डाला। भागवत कथा
आयोजन समिति के प्रवक्ता भंवानी शंकर गौड ने बताया कि मद भागवत कथा दोपहर
12 बजे से सांय 4 बजे तक तथा नानी बाई का मायरा सांय 7 बजे से रात्रि 10
बजे तक आयोजन होता है। इस अवसर पर अम्बादान रावल, ओमप्रकाश प्रजापत,
बजरंग प्रजापत, घेवरचंद घांची, खीमाराम चौधरी, बद्रीदास वैष्णव, गोविन्द
गुंगावण सहित सैकडों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।