जसोल – तिलवाड़ा स्थित पालिया धाम मे पाँच दिवसीय राणी रूपादे मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव धूमधाम से गाजे बाजे तथा संतों के सानिध्य मे प्रारम्भ हुआ । प्रातः 9 बजे सिनली मठाधीश श्री शंकर भारती जी , वरिया ढाणा मठ के महंत श्री नारायण भारती जी तथा अन्य संतों द्वारा विनायक पूजन रावल श्री किशन सिंह जसोल के कर कमलों से प्रारम्भ कर कलश यात्रा प्रारम्भ की गई ।
सबसे आगे ध्वजा , घुड़सवार , ऊंट नगाड़ा, पताकाओं के पीछे ,108 कन्याओं की कलश यात्रा तथा पीछे अन्य झांकियों तथा पीछे भारी जन समुदाय जयघोष करते हुए मालाजाल रूप सरोवर मे रावल किशन सिंह जसोल द्वारा सपत्निक वरुण तथा अन्य देवों की पूजन कर कलश यात्रा वापस जुलूस के रूप मे पालिया पहुंची तथा यज्ञाचार्य अभिषेक जोशी के सानिध्य मे विद्वान ब्राह्मणों द्वारा अरणी मंथन कर अग्निदेव प्रकट कर 31 जोडों के साथ यज्ञ प्रारम्भ किया गया ।
इस अवसर पर बालोतरा ,जसोल ,तिलवाड़ा ,बोरावास, वरिया, सिनली, सिमालिया ,जागसा, दाखाँ ,टापरा ,बुड़ीवाडा ,असाड़ा, माजीवाला से भारी संख्या मे श्रद्धालु पहुंचे ।
इस अवसर पर कुं हरिश्चंद्र सिंह जसोल , गजेंद्र सिंह जसोल , शोभ सिंह तिलवाड़ा , गणपत सिंह वरिया , लाल सिंह असाड़ा , हनवंत सिंह नौसर , गणपत सिंह सिमालिया , देवी सिंह दाखाँ , भवानी सिंह टापरा , पुंजराज सिंह वरिया , भैरू सिंह टापरा , वासुदेव गहलोत , सुजाराम सुंदेशा , माणक कच्छवाह ,शांतिलाल सुथार , देवाराम माली , गोपाराम पालीवाल , मुल्तानमाल जसोल उपस्थित रहे । समारोह मे प्रशासन की माकूल व्यवस्था रही ।