जयपुर, 09 अगस्त। केन्द्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री राजीव प्रताप रूडी ने बुधवार को नई दिल्ली के होटल ललित में आयोजित स्किल इंडिया समिट एवं अवार्ड समारोह में कौशल विकास के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए राजस्थान को एसोचैम स्वर्ण पदक से सम्मानित किया। यह पुरूस्कार राजस्थान के कौशल, नियोजन एवंं उद्यमिता मंत्री डॉ0 जसवंत सिंह यादव ने ग्रहण किया।
पुरस्कार ग्रहण करने के बाद डॉं0 यादव ने कहा कि युवाओं में कौशल नियोजन एवं रोजगार को महत्वता प्रदान करने के उदद्ेश्य से राजस्थान में संचालित कौशल विकास कार्यक्रम देश भर में अव्वल है। पिछले कुछ वषोर्ं में राजस्थान में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने बेरोजगार युवाओं को रोजगार और कौशल विकास को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से इस क्षेत्र मे कईं महत्वपूर्ण काम किये हैं। जिससे राजस्थान ने सफलता प्राप्त करते हुए लगातार तीसरी बार एसोचेम गोल्डन अवार्ड अपने नाम किया।
डॉ. सिंह ने कहा कि राजस्थान में ‘‘डीएसईई‘‘ निर्माण के बाद आईटीआई, रोजगार तथा आरएसएलडीसी में प्रभावी समन्वय बन गया है। युवाअों की रोजगार क्षमता को अन्र्तराष्ट्रीय मंच उपलब्ध कराने के लिए विभाग ने कई कदम उठाये है।
उन्होेंने कहा कि कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना राज्य सरकार द्वारा उठाया गया एक बड़ा कदम है एवं विभाग लगातार कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने की नई उॅचाइयों को छूने हेतु प्रयासरत है।
सम्मान समारोह के दौरान राजस्थान कौशल नियोजन एवं उद्यमिता आयुक्त एवं राजस्थान कौशल एंव आजीविका विकास निगम के प्रबंध निदेशक श्री कृष्ण कुणाल ने राजस्थान में कौशल विकास के कार्यक्रमों की सफलता पर प्रस्तुतीकरण भी प्रस्तुत किया। समारोह में राजस्थान कौशल एंव आजीविका विकास निगम को भी अपने बेहतरीन प्रदर्शन के लिए ट्रॉफी और प्रमाण पत्र देकर केन्द्रीय मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया। यह सम्मान श्री कृष्ण कुणाल ने ग्रहण किया।
इस अवसर पर श्री कृष्ण कुणाल ने बताया कि उनका विभाग न केवल रोजगार सृजन, कौशल उन्नयन तथा युवा सशक्तिकरण पर जोर दे रहा है, बल्कि आईएसएमएस तथा मोबाइल एप जैसी विकसित तकनीकों का प्रयोग कर रोजगार प्रदाता, आशार्थियों तथा हितधारकों को एक मंच पर ला रहा है। उन्होंने बताया कि ’’कौशल प्रशिक्षण की योजनाओं से राज्य के 6 लाख से अधिक युवाओं कोे रोजगार के अवसर प्रदान किये जा चुके हैं।