श्री शर्मा शनिवार को नेहरू सहकार भवन में बैक की 66वीं वार्षिक आम सभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि बैंक ने वर्ष 2016-17 में 9.71 करोड़ रूपयें का परिचालन लाभ तथा 2.84 करोड़ रूपयें का शुद्व लाभ अर्जित किया है, जो एक बड़ी उपलब्धि है । उन्होने बताया कि किसानों को रूपे किसान कार्ड उपलब्ध कराये जा रहे है तथा पीओएस मशीनों द्वारा ऋण का भुगतान किया जायेगा ताकि किसानों को डोर टू डोर बैकिंग सुविधाऎ उपलब्ध हो सके।
प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि बैंक द्वारा वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाते हुये वर्ष 2017-18 में 9 नये एटीएम लगाये जायेंगे एवं नये सदस्य किसानों को बैंक सुविधा से जोड़ते हुये फसली ऋण उपलब्ध कराये जायेंगे। उन्होंने बताया कि 22 सितम्बर से सहकारी सदस्यता बनाने का अभियान प्रारम्भ हो चुका है। अधिक से अधिक सदस्यों को बनाकर सहकारिता आन्दोलन से जोड़ा जायेंगा ताकि सरकार की योजनाओं का लाभ किसानों एवं आमजन को मिल सकें।
श्री शर्मा ने बताया कि समितियों को 1.75 प्रतिशत लाभांश दिया जायेगा। उन्होंने सदस्य किसानों की मांग पर कहा की अकृषि ऋणों पर ब्याज दर को बैंक द्वारा कम करने की कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बताया कि वित्तीय समावेशन के इस दौर में आरटीजीएस, एनईएफटी व एसएमएस अलर्ट जैसी सुविधाऎं प्रदान कर बैंक वाणिज्यक बैंको द्वारा ग्राहकों को दी जा रही सुविधाओं के समकक्ष आ गया है । उन्होंने सभा के प्रतिनिधियों का आह्वान किया कि वे सक्रिय भागीदारी निभाकर स्थानीय जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाये ।
प्रारम्भ में आम सभा ने सर्वसम्मति से श्री भवरलाल जांदू को सभा का कार्यवाहक अध्यक्ष मनोनीत किया। सभा में अकृषि ऋणी सदस्यों को 8 से 10 हजार रूपये तक का ऋण देने, अमानतों मे वृद्धि करने, अमानतदारों को ज्यादा सुविधाऎं प्रदान करना, कृषि एवं अकृषि ऋणों पर ब्याज दर कम करने जैसी बहुमूल्य सुझाव सदस्य किसानाें ने दिये। साधारण सभा में अंकेक्षित लेखों, अंकेक्षक की नियुक्ति और कार्ययोजना का अनुमोदन किया गया।