जयपुर, 25 मई। ग्राम-2017 के तहत कोटा के आरएसी मैदान परिसर में पशुपालन से संबंधित जाजम चौपाल में जिज्ञासा, चर्चा व सांस्कृतिक समागम का अनूठा संगम देखने को मिला। चौपाल में किसानों को पशुपालन, पशु आहार, गुणवत्तायुक्त दूध, पशुओं में रोग से बचाव, नस्ल संर्वधन आदि के बारे में विशेषज्ञों द्वारा महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई, इस दौरान लोककलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने सभी को अभिभूत करते हुए जाजम चौपाल को और भी अधिक रोचक बना दिया।
जाजम चौपाल में विशेषज्ञ डॉ. राजेश सिंघाटिया ने किसानों व पशुपालकों को पशुओं के आहार प्रबंधन की चर्चा करते हुए कहा कि हरा चारा, दाना व अजोला घास खिलाने से पशु स्वस्थ रहेंगे और अधिक मात्रा में दूध भी मिलेगा। उन्होंने देशी व विदेशी नस्ल की गायों के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ वेटनरी एंड एनिमल साईंस बीकानेर के डॉ. उमेश अग्रवाल ने खुली चर्चा में भेड़ व बकरी की नस्ल संवर्धन एवं पशुओं को होने वाले रोगों की रोकथाम की जानकारी दी। पशुधन उत्पादन एवं प्रबंधन तकनीकी केन्द्र जयपुर की प्रो. संजीता शर्मा ने गुणवत्तायुक्त दूध के लिए दुधारू पशुओं के आहार संबंधी जानकरी दी।