जयपुर, 1 सितम्बर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ जैसे अभियान से विभिन्न राज्यों के बीच संबंधों की प्रगाढ़ता बढ़ती है तथा सांस्कृतिक आदान-प्रदान होता है। भारतीय संस्कृति की कालजयी परम्परा को बनाए रखने के लिए हमें उत्तर-पूर्व से पश्चिम तथा दक्षिण से उत्तर भारत की संस्कृति को आत्मसात करने और ऎसे आयोजनों को बढ़ावा देने की जरूरत है।
श्रीमती राजे ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर शुरू किए गए ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ अभियान के अंतर्गत शुक्रवार को नई दिल्ली के असम भवन में असम और राजस्थान के पार्टनर स्टेट के रूप में आयोजित राजस्थानी फूड फेस्टिवल का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रधानमंत्री के विजन की तारीफ करते हुए कहा कि इस आयोजन से भारत की विविधता में एकता की खुशबू महसूस की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह अभियान राष्ट्रीय एकता को अधिक मजबूत बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है।
फूड फेस्टिवल के लिए असम भवन में आयोजन स्थल को राजस्थानी परिवेश के सतरंगी रंगों में सजाया गया था। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान की कला, संस्कृति, इतिहास एवं हस्तशिल्प बहुत ही समृद्ध है। प्रदेश की बहुरंगी संस्कृति के साथ ही राजस्थान के व्यंजनों का स्वाद हर किसी को आकर्षित करता है। उन्होंने सूचना पट्ट पर राजस्थानी भाषा में ‘पधारो म्हारो देस’ लिखा। इसी प्रकार अन्य अतिथियों ने भी राजस्थानी भाषा के सम्मान सूचकों को सूचना पट्ट पर लिखा तथा राजस्थानी उत्पादों की स्टॉल्स का अवलोकन भी किया।
इस दौरान असम के उद्योग एवं परिवहन मंत्री श्री चंद्रमोहन पटवारी, असम विधानसभा के डिप्टी स्पीकर श्री दिलीप कुमार पॉल, सांसद श्री भुवनेश्वर कलिता एवं श्री शैत्युश कुजुर, असम के मुख्यमंत्री के विधि सलाहकार श्री शांतनु भराली, केन्द्र सरकार, असम एवं राजस्थान सरकार के वरिष्ठ अधिकारी तथा विभिन्न राज्यों के आवासीय आयुक्त सहित गणमान्यजन मौजूद थे।
आमंत्रित अतिथियों ने राजस्थान के लजीज एवं स्वादिष्ट व्यंजनों दाल-बाटी-चूरमा, मूंग की दाल का हलवा, कैर-सांगरी, बेसन गट्टे की सब्जी, लाल मांस, जलजीरा, पापड़, राजस्थानी पकौड़ियां, चटनी आदि का भरपूर लुत्फ उठाया। इस उत्सव में राजस्थानी व्यंजनों की स्टॉल के साथ ही राजस्थानी हस्तशिल्प के स्टॉल भी लगाए गए तथा राजस्थानी पर्यटन तथा सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की ओर से साहित्य का वितरण भी किया गया। समारोह स्थल पर राजस्थानी कलाकारों ने कच्ची घोड़ी एवं लोकगीतों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से आगंतुकाें का भरपूर मनोरंजन किया।
इससे पूर्व राजस्थान की प्रमुख आवासीय आयुक्त श्रीमती शुभ्रा सिंह, अतिरिक्त आवासीय आयुक्त श्रीमती प्रतिभा सिंह तथा श्री विमल शर्मा और असम की ओर से सुश्री ऋतिका कलिता एवं पर्यटन विभाग के आयुक्त श्री रमेश जैन आदि ने मुख्यमंत्री श्रीमती राजे का असमी और राजस्थानी परम्परा के अनुरूप तिलक लगाकर आरती उतारी तथा रंग-बिरंगे दुपट्टे ओढ़ाकर स्वागत किया।
गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज राजस्थान के रामसिंह चौहान कार्यक्रम में आकर्षण का केन्द्र रहे। मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने असम के उद्योग मंत्री एवं विधानसभा उपाध्यक्ष, सांसदों एवं अन्य अतिथियों से कलाकार श्री चौहान का परिचय करवाया। उपस्थित मेहमानों ने श्री चौहान की कई फीट लम्बी मूंछों के साथ फोटो खिंचवाए।