कही। उन्होंने कहा कि मेधावी बालको को आगे लाने से ही राष्ट्र की प्रगति है। जिसको लेकर भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के योजना का उद्देश्य स्कूली विद्यार्थियों के बीच रचनात्मकता और अभिनव सोच की संस्कृति को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम में श्री राणी भटियाणी मन्दिर संस्थान अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी और बीपीओ क्षेत्र में आकर्षक कैरियर के कारण आज विज्ञान क्षेत्र पर्याप्त मात्रा में छात्रों को आकर्षित करने में असमर्थ महसूस कर रहा है। आज देश में युवा मेधावी को विद्यालय के दिनों से विज्ञान के प्रति आकर्षित करने और उन्हें छात्रों, सहयोगी, रचनाशील और चुनौतीपूर्ण शैक्षिक वातावरण प्रदान करने की आवश्यकता है, ताकि उनमें विज्ञान के प्रति विस्तृत समझ का विकास हो सके। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में मन्दिर संस्थान ने आजादी के अमृत महोत्सव पर गरीब परिवार के बालको को शत प्रतिशत छात्रवृत्ति देकर उनके सपनों को साकार करने का कार्य कर रहा हैं।
जो बालक होनहार है और जिनके सपने बीच मे टूट जाते है। संस्थान द्वारा उन्हें एक प्लेटफार्म देकर उच्च शिक्षा के पायदान पर पहुंचाने का कार्य कर रहा हैं। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक राजन कुमार शर्मा ने कहा कि राष्टीय इंस्पायर अवार्ड मौलिक विचारों और नव परिवर्तनों के नए आइडिया के लिए आनलाइन आमंत्रित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि योजना के तहत बाड़मेर जिला पिछले वर्ष पूरे देश में चौथे स्थान पर रहा है। अब इस वर्ष बाड़मेर को प्रथम स्थान पर लाना है। जिसमे प्रतिभाओ को कुछ करने का मौका मिलता है। जिसमे उसका चयन नवीनता, व्यवहारिकता, सामाजिक उपयोगिता, पर्यावरण की अनुकूलता और वर्तमान तकनीक से बेहतरी के आधार पर होगा। चुने जाने वाले विद्यार्थी को माडल और अन्य वैज्ञानिक आविष्कारों के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी एलिमेंट्री केशरदान रतनू ने कहा कि केंद्र के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से शुरू किया गया इंस्पायर कार्यक्रम एक अनोखा कार्यक्रम है, जिसके तहत विज्ञान में बेहतरीन प्रतिभावान छात्रों को आकर्षित करने का प्रयास किया जाता है। इसके साथ ही विज्ञान संबंधी रोजगार चुनने के लिए आवश्यक अवसरों के साथ उन्हें विज्ञान संबंधी रोजगारपरक शोध कार्यों के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि छठीं से दसवीं तक के स्कूली विद्यार्थियों में सृजनात्मक नवाचारी सोच विकसित करने को लेकर इंस्पायर अवार्ड मानक योजना का संचालन किया जा रहा है जिसमें देश भर से स्कूली विद्यार्थियों के ऐसे श्रेष्ठ एवं मौलिक सृजनात्मक विचारों को संबल प्रदान किया जाता है जो सामाजिक आवश्यकताओं व उपयोगिताओं की कसौटी पर खरे उतरते हैं। जेतमाल सिंह राठोड़ ने बताया की इस दौरान जिले की 21 पंचायत समितियों के मुख्य ब्लाक शिक्षा अधिकारी, ब्लाक इंस्पायर अवार्ड प्रभारी व प्रत्येक ब्लाक के विशेषज्ञ मौजूद रहे।