साध्वी मयंक यशा ने कहा कि जो व्यक्ति उमंग के साथ आशावादी बनकर आनन्द के साथ हमेशा श्रद्धा निष्ठां समर्पण के साथ कार्य करने से आम इंसान भी असाधारण इंसान बन सकता है । कार्यशाला की मुख्य वक्ता इंटरनेशनल मोटिवेशनल ट्रेनर जेसी मीता अग्रवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि आर्डिनरी से एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी में एक शब्द एक्स्ट्रा है । हम बड़े से बड़े कार्य करते है या करने की योजना बनाते है पर साथ में छोटे छोटे कार्यो पर विशेष ध्यान देना चाहिए वो भी हमे ऊंचाइयों तक पहुचा सकता है ।
तेममं की अध्यक्षा अयोध्या देवी ओस्तवाल, मंत्री रॉनी बाफना व सभी पदाधिकारियों, कार्यसमिति बहिनो ने अतिथियो का साहित्य से सम्मान किया । जेसी आई अध्यक्ष भरत मेहता ने स्वागत भाषण, महिला मंडल ने मंगलाचरण, मंत्री रानी बाफना ने आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम में लगभग 500 महिलाओं, कन्याओं ने भाग लिया । तेरापंथ सभा के अध्यक्ष अरविन्द भंडारी, तेयुप अध्यक्ष मुकेश सालेचा, महिला मंडल की कमला देवी ओस्तवाल, चंद्रा बालड़, उर्मिला सालेचा, निर्मला देवी संकलेचा और जेसी गौतम साक्षी, तनसुख नाहटा, अरुण छाजेड़, सुशील सालेचा, विनोद कोठारी, रणजीत श्रीश्रीमाल, पदम सिंघवी, पूर्व अध्यक्ष ललित श्रीश्रीमाल उपस्थित थे ।