जयपुर, 6 अगस्त। राज्य सरकार की ओर से सीतापुरा स्थित जेईसीसी में आयोजित दो दिवसीय फेस्टिवल ऑफ एज्यूकेशन के अंतिम दिन आज विभिन्न सत्रों में विशेषज्ञों ने अलग-अलग विषयों पर चर्चा की।
प्रोव्यू फोर ः- इलनैस टू वैलनैस
सत्र के दौरान योग गुरू एवं आर्टिस्टिक योगा के चैयरमेन और संस्थापक, श्री भरत ठाकुर ने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि योग के रूप में हमारे पास मन और शरीर को स्वस्थ रखने की बेजोड़ तकनीक है। उन्होंने कहा कि योग को एक विज्ञान के तौर पर देखा और समझा जाना चाहिये और इसीलिए इस विषय पर अनुसंधान की उतनी ही जरूरत है जितनी की किसी भी और क्षेत्र में। श्री ठाकुर ने स्कूल और कॉलेज के स्तर पर ही बच्चों को योग की शिक्षा देने की जरूरत पर जोर दिया।
प्रोव्यू फाइव ः- लीडिंग अ स्किल रिवॉल्यूशन -चैंजिंग माइंडसेट्स, ट्रांसफॉर्मिंग लाइव्स
सत्र के दौरान वेस्ट नॉटिंगघमशायर कॉलेज ग्रुप की प्राचार्य और प्रमुख कार्यकारी डेम आशा खेमका ने देश के विकास में शिक्षा और कौशल के महत्व केे बारे में चर्चा की। उन्होंने इंग्लैण्ड में शिक्षा को कौशल विकास से जोड़ने के सार्थक प्रयासों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा और रोजगार के बीच की दूरी को कौशल विकास से कम किया जा सकता है। श्रीमती खेमका ने कहा कि हमें अपने नजरिये को बदलकर कौशल को शिक्षा जितना ही महत्व देने की आवश्यकता है।
राउण्ड रॉबिन टू ः- इम्पोर्टेन्स ऑफ टेक्नीकल एज्यूकेशन इन द न्यू ऎज
सत्र के दौरान आईआईटी, मद्रास के प्रोफेसर, श्री सी वी आर मूर्ति ने तकनीकी शिक्षा में प्रायोगिक पक्ष को मजबूत करने पर जोर दिया। उन्होंंने कहा कि प्रयोगशालाओं को ज्यादा उन्नत और आधुनिक बनाने की जरूरत है। प्रोफेसर मूर्ति ने कहा कि शिक्षा को उद्योगों के साथ जोड़कर हम अपने विद्यार्थियों के कौशल को उद्योगों की आवश्यकतानुसर विकसित कर सकते है।
यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा के डिजीटल वल्र्ड इंस्टीट्यूट के कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर जेम्स ऑलिवेरो ने तकनीक के उपयोग के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि एक अच्छा अध्यापक बच्चों में उन गुणों का विकास करता है जिससे बच्चे तकनीक का अपनी क्षमतानुसार अपने तरीके से उपयोग कर सकें। उन्होंने कहा कि हमें बच्चों के हाथों में तकनीक सौंप देनी चाहिए और उन्हें अपने तरीके से उसके उपयोग के नये-नये तरीके खोजने देने चाहिए।
आईओकॉम, लंदन के सीईओ एलन लोय ने व्यक्ति के जीवन पर तकनीक के प्रभाव पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि तकनीक किसी भी समय कहीं पर भी मौजूद दो लोगों को आपस में जुड़ने का मौका देती है। सूचना, स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा जैसे सभी क्षेेत्रों में तकनीक से नित नये परिवर्तन हो रहे हैं। सत्र का संचालन जेम्स इंडिया की जनरल मैनेजर एज्यूकेशन, डॉ अमृता वोहरा ने किया।