सूरत-सूरत कपड़ा बाजार से हर वर्ष करोड़ो की ठगी कर फरार होने वाले कई धोखेबाज अपराधी पुलिस के हाथ न आकर कुछ वर्षों के लिए भूगर्भ में चले जाते है।कुछ वर्षो के बाद देश के दूसरे राज्यो में अन्य व्यापार चालू कर अपनी पहचान चुपाने की कोशिश करते है।
सूरत के राधाकृष्ण मार्केट व एनटीएम मार्केट में कपड़े की दुकान कर कारोबार करने वाले मूल बालोतरा (राजस्थान) जीतुभाई शिवलाल राठी वर्ष 2010 में 7 करोड़ रुपये की देनदारी छोड़कर कपड़ा व्यापारियों व वीवरो के साथ ठगी कर फरार हो गए थे।व्यापार में जीतू राठी उंसके पिता शिवलाल राठी व भाई राजू शिवलाल राठी ने 7 वर्ष पूर्व एक सोची समझी साजिश से कपड़ा मार्केट व व्यापारियों को 7 करोड़ को चपत लगाई थी।वर्ष 2010 में दुकान बंद कर फरार हुवे तीनो पिता पुत्र के खिलाफ धानेरा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज हुआ था।तब से तीनों पिता पुत्र इधर उधर जाकर चकमा दे रहे थे।
सूरत में 7 साल पहले गबन कर भागने वाले मुख्य अभियुक्त जीतू राठी को बालोतरा पुलिस ने 19 अप्रैल रात्त 11.45 को गिरफ्तार कर लिया और सह अपराधी राजू राठी व पिता शिवलाल राठी मौके वारदात से हुए भागने में कामयाब हुवे बालोतरा पुलिस फरार हुवे पिता पुत्र खोज में जुटी हुई है।गुजरात धानेरा पुलिस की तहरीर पर बालोतरा पुलिस के कार्यवाहक थानेदार जगदीश सियाग ने टीम बनाकर जीतू राठी को गिरफ्तार किया। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार सूरत कपड़ा मार्केट के सैकड़ो व्यापारियों को करोड़ो का चूना लगाकर 7 वर्षो से फरार थे।