बिजली चोरी के लिए बिछाई अवैध केबल समेटी
अवैध केबल हाथ मे लिए कर्मचारी बन रहे हैं अनभिज्ञ
मिली भगत का खेल, मामले को दबाने का प्रयास
रिपोर्ट – धोरीमन्ना टैगलाइन नेटवर्क
धोरीमन्ना उपखंड मुख्यालय पर निर्माणधीन हाइवे में अवैध रूप से विधुत चोरी कर, विभाग को लाखों की चपत लगाने की खबर धोरीमन्ना टैगलाइन नेटवर्क द्वारा उजागर करने के तुरंत बाद ठेकेदार द्वारा केबल समेट ली गई वही डिस्कॉम अधिकारियों ने एक बार तो पल्ला झाड़ लिया पर शनिवार को हाइवे के पास एक दुकान पर दबिश देकर चोरी मे प्रयोग ली गई बिजली की केबल एवम मीटर को जब्त किया गया। धोरीमन्ना टैगलाइन नेटवर्क के पास केबल हाथ मे लिए वीडियो होते हुए भी बिजली अधिकारियों का कहना हैं कि हमे कोई केबल नही मिली।
बिजली चोरी रोकने के सभी प्रयास नाकाम साबित हो रहे हैं। हालत यह है कि तमाम प्रयासों के बावजूद भी अंधाधुंध बिजली चोरी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। इसकी एक मुख्य वजह विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत भी है। निर्माणाधीन हाइवे में विधुत चोरी से विभाग को प्रतिमाह लाखों रुपए की चपत लग रही है। इसे लेकर अधिकारी भी गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं।
समय-समय पर बिजली विभाग द्वारा चलाए जाने वाले चेकिंग अभियान खोखले साबित हो रहे हैं। हालत यह है कि तमाम प्रयासों के बावजूद भी बिजली चोरी नहीं रुक पा रही है। विभागीय आंकड़ों पर नजर डालें तो धोरीमन्ना में मात्र 35 फीसदी घरों में ही बिजली के कनेक्शन हैं। बिजली चोरी रोक पाने में विफलता का एक कारण विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत भी है। इसके चलते बिजली विभाग को प्रतिमाह लाखो रुपए की चपत लग रही है। यह आंकड़ तो केवल घरों में उपयोग होने वाली बिजली के हैं। इसके अलावा विभागीय अधिकारियों की मदद से उपखंड में सैकड़ों छोटे-छोटे कारखाने बड़े पैमाने पर बिजली की चोरी करने में जुटे हैं। हालांकि समय-समय पर अभियान तो चलाया जाता है पर यह अभियान मात्र औपचारिकताओं में निपट कर रह जाते हैं।