श्रीहरिकोटा/नई दिल्ली: भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में सफलता का नया परचम फैराया है. भारतीय वैज्ञानिकों ने देश का सबसे वजनी रॉकेट GSLVMK3 को सफलता पूर्वक लॉन्च कर दिया. लॉन्च के साथ ही श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेन्टर में इसरो के वैज्ञानिक खुशी से झूम उठे. 300 करोड़ की लागत से बने इस रॉकेट के लॉन्च के साथ ही अपने यान से अंतरिक्ष में भारतीय को भेजने की संभावनाओं को पंख लग गए हैं.
इसरो के अनुसार संचार उपग्रह जीसैट-19 को अंतरिक्ष में ले जाने का 25 घंटे का काउंटडाउन कल शुरू हुआ था. इस सैटेलाइट को अंतरिक्ष में ले जाने का काम देश का सबसे भारी राकेट जीएसएलवी एमके-III डी-1 करेगा. इससे दुनिया में भारत की साख और भी बढ़ जाएगी. जीएसएलवी एमके-III डी-1 राकेट 3,136 किलोग्राम वजन के उपग्रह जीसैट-19 को अंतरिक्ष में स्थापित करेगा.