राजाराम आश्रम शिकारपुरा के मीठाधीश दयाराम महाराज ने कहा कि शिक्षा दान महादान है शिक्षा से ही मनुष्य आगे बढ़ सकता है उन्होने से मौजूद लोगो से नशा, व्यसन को त्यागने का संकल्प लेने व बच्चों के साथ बालिकाओं को भी समान अवसर देकर पढ़ाने की बात पर बल दिया । जूना अखाड़ा के अन्तर्राष्ट्रीय महामन्त्री व कानाना मठ के महन्त परशुरामगिरी महाराज ने कहा कि मन्दिर हमारें तीर्थ है जो हमारी संास्कृतिक धरोहर है । सन्त हमें नई दिशा देते है उनके अनुशरण से हमें एक नई ऊर्जा मिलती है । सन्त किसी से भेदभाव नहीं करते उनके लिए सभी एक समान होते है । मन्दिर, मूर्ति और तीर्थ के बिना धर्म का अस्तित्व नहीं होता । ये तीनों धर्म की प्राचीनता के प्रतीक है तो हमारी संस्कृति व धरोहर भी है । इसलिए हमारी संस्कृति में मन्दिर, मूर्ति व तीर्थ का अधिक महत्व है । उत्तम आश्रम कागा तीर्थ के आचार्य स्वामी रामप्रकाशाचार्य महाराज ने कहा कि मन्दिरों से हमारी श्रद्वा और आस्था जुड़ी हुई है जो अनादि काल से आ रही है । हम सभी को धर्म की राह पर चलकर जीवन को सफ ल बनाना है । उन्होने मौजूद लोगो को रामनाम का जाप करवाकर आशीर्वाद प्रदान किया । इस मौके पर पंचवटी आश्रम के कृष्णानन्दपुरी महाराज, बगेची गादीपति संत नरसींगदास महाराज, ओमंकारभारती महाराज, चेतनगिरी महाराज, हरीभारती महाराज भलरों का बाड़ा सहित अनेक साधु सन्त मौजूद थे । आयोजक पूर्व राय मन्त्री गोपाराम मेघवाल ने सभी का आभार जताया । सोमवार सुबह शुभवेला में रामदेव मन्दिर की विधिविधान से प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम सपन्न हुआ । आचार्य देवेश लेोन्द्र शूरीश्वर महाराज व आचार्य स्वामी रामप्रकाशाचार्य महाराज के पावन सानिध्य में मूर्ति स्थापना के साथ कलश एवं ध्वजा चढ़ाई गई । ढ़ोल ढ़माकों व जयकारों के साथ बड़ा तादाद में श्रद्वालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी । प्राण प्रतिष्ठा के बाद हवन की पूर्णाहुति व महाप्रसादी का आयोजन किया गया ।
मन्दिर तीर्थ और मूर्ति तीनों हमारी आस्था और संस्कृति के प्रतीक – आचार्य देवेश लोकेन्द्र शूरीश्वर महाराज मोखण्डी में नवनिर्मित बाबा रामदेव नया रामदेवरा मन्दिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह हुआ आयोजित
मन्दिर तीर्थ और मूर्ति तीनों हमारी आस्था और संस्कृति के प्रतीक – आचार्य देवेश लोकेन्द्र शूरीश्वर महाराज
मोखण्डी में नवनिर्मित बाबा रामदेव नया रामदेवरा मन्दिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह हुआ आयोजित
बालोतरा – मन्दिर तीर्थ और मूर्ति तीनों हमारी आस्था और संस्कृति के प्रतीक है। इसी आस्था से जगह जगह मठ मन्दिरों का निर्माण हो रहा है । समदड़ी क्षैत्र के मोखण्डी गांव के समीप नवनिर्मित बाबा रामदेव नया रामदेवरा मन्दिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आयोजित धर्मसभा को सबोधित करते राष्ट्र सन्त व शंखेश्वर धाम गुजरात के कोंकण केसरी आचार्य देवेश लोकेन्द्र शूरीश्वर महाराज ने यह बात कही । मनुष्य को सही दिशा देने और उन्हे तारने वाले संन्त होते है । हमें उनका अनुशरण करना चाहिए ।
इस मौके पर पूर्व सांसद हरीश चौधरी, बद्रीराम जाखड़, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव वैभव गहलोत, जिला प्रमुख प्रियन्का मेघवाल, पूर्व जिला प्रमुख मदन कौर व बालाराम चौधरी, सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल, पूर्व विधायक कानसिंह कोटड़ी, पूर्व मन्त्री हेमाराम चौधरी, धर्मेन्द्रसिंह राठौड़, पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल जालौर, सवाराम पटेल,, समदड़ी व्यापार संघ अध्यक्ष धीराराम चौधरी, पाटोदी प्रधान रसीदा बानो, पुखराज पारासर, पूर्व विधायक मदन प्रजापत पचपदरा, मुल्तानाराम मेघवाल जैसलमेर, बालोतरा नगर परिषद् के सभापति रतन खत्री, बालोतरा प्रधान ओमाराम भील सहित अनेक जनप्रतिनिधी मौजूद थे ।