इससे पूर्व 22 अगस्त 2017 की रात्रि में मेवानगर स्थित श्री राणी रूपादे जी के मंदिर ,श्री मेघधारू जी का धुणा व छतरियाँ परिसर मेवानगर (नाकोड़ा) में भव्य रात्रि जागरण आयोजित होगा ।
23 अगस्त 2017 को छतरियाँ परिसर नाकोड़ा रोड मेवानगर में छतरियों के जीर्णोद्धार पश्चात उदघाटन का समारोह एवं संत समागम का कार्यक्रम प्रातः 10 बजे से आरंभ होगा , जिसमे बाड़मेर , जैसलमेर , जोधपुर तथा जालोर जिले के विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु , भक्त एवं अन्य लोग भाग लेंगे ।
ज्ञातव्य रहे कि पुरानी चार छतरियों क्रमश : रावल दूदा (1593-1613 ई.) , रावल तेजसी (वि.सं. 1664-1677), रावल जगमाल द्वितीय (1621-1630 ई.) तथा रावल भारमल (1631-1702 ई. ) का श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान जसोल की ओर से आकर्षक एवं कलात्मक पुनः निर्माण करवाया गया है ।
इन छतरियों के जीर्णोद्धार पश्चात उदघाटन का भव्य समारोह प्रसिद्ध संत महात्माओं के सनिध्य मे होगा और दोपहर पालिया व मालाजाल मंदिरों के दर्शन लाभ के पश्चात कार्यक्रम का समापन होगा ।