राजेन्द्रसूरीवरजी जैसे निग्रन्थ श्रमणों से ही तीर्थ का संचालन एवं संवर्द्धन होता है, जिनके जीवन में प्रज्ञा व पुण्य प्रका एवं पवित्रता प्रका होता है, ऐसी दिव्य दिभूतिया नव सर्जन एवं कल्याण के मार्ग को प्रास्त करती है। ट्रस्ट की ओर से ओम बांठिया ने स्वागत भाण प्रस्तुत किया । साध्वी वृन्द ने कहा कि मोहनखेड़ा में आज हजारों श्रद्धालु आस्था व्यथ कर रहे है। राजेन्द्रधाम में हजारों सैलाब उमड़ पड़ा, अल्पसंख्यक आयोग सदस्य दिने जैन ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के ओर से भी जैन समाज को ाभकामनाएँ प्रदान की। समारोह में उपखण्ड अधिकारी भागीरथ चौधरी, तहसीलदार कल्पे जैन,पूर्व पालिका अध्यक्ष पारसमल भंडारी, श्रीमती प्रभा सिंघवी, प्रतिपक्ष नेता मदन चौपड़ा, ान्तीलाल डागा, आोक प्रदीप जसोल,अमृतलाल सिंघवी, कैप्टनडोसी सहित गणमान्य नागरिको श्रद्धा का लाभ उठाया। ट्रस्टी अरविन्द मदाणी ने बताया कि नाकोड़ा तीर्थ से आचार्य भंगवतों का मंगल प्रवे हुआ, सौमेया, विा पूजा व भव्य साज सज्या के साथ हजारों श्रद्धालुजनों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान सगींतकार महावीर देसाई व मोनीका मेहता जोधपुर ने भजनों की प्रस्तुती से श्रद्वालुओं को झुमने के लिए मजबुर किया,तथा विभिन्न चढावे की बोलिया लगाई गयी जिसमें श्रद्वालुओं ने बढ चढकर भाग लिया । गुणानुवाद सभा से पूर्व भव्य वरघोड़ा निकाला गया जिसमें बैड़ द्वारा भजनों की प्रस्तुती दी गई ।
राजेन्द्रधाम तीर्थ पर गुरू सप्तमी मेला
बालोतरा । श्री राजर्हा हैमेन्द्र जैन ट्रस्ट राजेन्द्र धाम के तत्वाधान में दादा गुरूदेव श्री राजेन्द्र सूरीवर म.सा. का गुरू सप्तमी मेला र्हाल्लास भवित्त उत्तराधना के साथ रूप से मनाया गया।राजेन्द्रधाम तीर्थ पर गुणानुवाद सभा में उपाचार्य श्री प्रद्युमन विमल सूरीवर म.सा. ने कहा कि महापुरूो का जन्म पवित्रता से पूर्ण होता है, जन-जन के कल्याण के साथ दादा गुरूदेव राजेन्द्रसूरीवरजी ने अभिनव राजेन्द्र को सहित साहित्य का लेखन किया जो अद्वितीय है। आचार्य कीर्तीचन्द सूरीवर म.सा. ने कहा कि