जयपुर 19 जुलाई। राज्यपाल श्री कल्याण सिंह कोटा स्थिल विश्वविद्यालयों द्वारा गोद लिये गये गांवों के वाशिंदों से सर्किट हाउस में बुधवार को रूबरू हुए। उन्होंने विश्वविद्यालयों द्वारा गोद लेने के बाद कराये गये विकास कार्यो एवं जागरूकता कार्यक्रमों की जानकारी ली। ग्रामीणों द्वारा बताई गई समस्याओं का अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिये। उन्होंने ग्रामीणों को खुले में शौच मुक्त होने का लाभ बताते हुए हर घर में शौचालय निर्माण कर उपयोग लेने का आव्हान किया।
राज्यपाल ने कहा कि गांवों के विकास से ही देश का चहुंमुखी विकास होगा, इसी अवधारणा के साथ राजस्थान में पहली बार विश्वविद्यालयों द्वारा गांवों को गोद लेने की पहल की गई है। जिला प्रशासन एवं विश्वविद्यालयों द्वारा किये जा रहे नवाचारों में सक्रिय रूप से भागीदारी निभाते हुए स्मार्ट विलेज की परिकल्पना को साकार करने में ग्रामीणजन सहभागी बनें। उन्होंने गांवों को स्वच्छ, स्वस्थ, शैक्षणिक रूप से जागरूक बनाने के लिए मिलकर प्रयास करने की बात कही। सरकार द्वारा गांवों को खुले में शौचमुक्त करने हेतु चलाये जा रहे कार्यक्रम की चर्चा करते हुए उन्होंने सभी गांवों को 15 अगस्त से पूर्व खुले में शौचमुक्त करने का संकल्प लेने का आह्वान किया। ग्राम नीमोदा हरिजी में ग्रामीणों द्वारा नहरें पक्की कराने, ढोटी गांव के विद्यालय को क्रमोन्नत कराने, जंगली पशुओं द्वारा फसलों को किये जा रहे नुकसान के बचाव तार फेंसिंग में अनुदान दिलवाने एवं चौमाकोट गांव के लोगों ने विद्यालय भवन नवीन स्थान पर बनवाने का आग्रह किया। राज्यपाल ने जिला कलक्टर रोहित गुप्ता को संबंधित समस्याओं के निराकरण हेतु समन्वयक के रूप में कार्य कर निराकरण कराने के निर्देश दिये। जिला कलक्टर ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा रखी गई समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण होगा। उन्होंने ग्रामीण विकास के माध्यम से किये गये कार्यों की जानकारी भी दी।
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन.पी.कौशिक ने सांगोद तहसील के ग्राम ढोटी में किये गये कार्यों के बारे में बताया। कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जी.एल.केशवा ने ग्राम चौमाकोट तथा वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक शर्मा ने निमोदा हरिजी गांव को गोद लेने के बाद कराये गये विकास कार्यों की जानकारी दी।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी, राज्यपाल के ओएसडी डॉ. अजय शंकर पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. राजीव पचार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद जुगल किशोर मीणा, संबंधित ग्राम पंचायतों के सरपंच व ग्रामीणजन उपस्थित रहे।