जसोल – हवन तथा यज्ञ भारतीय संस्कृति की पवित्रता तथा पर्यावरण शुद्धि ही नहीं करता अपितु पाश्विक तथा आसुरी शक्तियों , वृतियों का नाश भी करता है । यह बात पालिया धाम मे पाँच दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दूसरे दिन यज्ञाचार्य अभिषेक जोशी ने कही । प्रातः यज्ञाचार्य द्वारा रावल किशन सिंह जसोल के हाथों भगवती का गन्धादिवास , पुष्पादिवास, पीठ देवता हवन , सहस्त्र अर्चन हवन कराया ।
आज हवन मे प्रजापत समाज के 9 जोड़े बैठे । विशेषकर आज मल्लीनाथ जी की दूज होने से श्रद्धालुओं का मेला रहा । पूरे दिन महिलाए मंगलगान , भजन करती हुई आई तथा भोजनप्रसादी मे बच्चे तथा महिलाये भारी संख्या मे पहुंचे । आज पालिया परिसर मे RSS , विहिप, बजरंग दल , श्री क्षत्रिय युवक संघ के कार्यकर्ताओं ने 23 नवम्बर की व्यवस्था का जिम्मा लिया । भोजन व्यवस्था के भामाशाह मोहन सिंह , दिलीप सिंह , डॉ मनोहर सिंह बुड़ीवाड़ा समाज सेवी रणवीर सिंह असाडा , उदय सिंह तिलवाड़ा , से.नि. सूबेदार गणपत सिंह असाडा, सूरजभान सिंह दाखाँ , रामेश्वर भूतड़ा जसोल , प्रेम सिंह जागसा व कुन्दन सिंह तिलवाड़ा उपस्थित रहे । पुलिस प्रशासन प्रभारी चैलाराम कटारिया ने चाक चौबंद व्यवस्था की । मंदिर संस्थान की तरफ से हरिश्चंद्र सिंह जसोल ने सभी का आभार व्यक्त किया ।