बालोतरा- स्कूल शिक्षा परिवार से जुड़े निजी विद्यालय के संचालकों ने राज्य सरकार की भेदभाव पूर्ण नीति के विरोध में शुक्रवार को बालोतरा उपखण्ड अधिकारी भागीरथ चौधरी को राज्यपाल व राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौपा। जिला प्रवक्ता विक्रमसिंह राठौड़ ने बताया कि स्कूल शिक्षा परिवार द्वारा सौपे ज्ञापन में बताया कि राजस्थान सरकार द्वारा सरकारी विद्यालय में पढने वाले
विद्यार्थियों को छात्रवृति के नाम पर सहायता दी जा रही है। वही साईकिल, लेपटॉप, स्कूटी, सहित विभिन्न योजनाएँ चलाकर लाभान्वित कर रही है। निजी विद्यालय में पढने वाले विद्यार्थियों को एक भी योजना से लाभान्वित नहीं करके समानता का अधिकार खत्म कर विद्यार्थियों में द्वेष भावना पैदा की जा रही है। ज्ञापन में बताया कि जहाँ राजस्थान सरकार अपने ही सरकारी स्कूल में पढने वाले एक बच्चे को बोर्ड परीक्षा में 94 प्रतिशत अंक प्राप्त करने पर 21 लाख रूपये का इनाम देती है वही निजी विद्यालय में 99.5 प्रतिशत प्राप्त करने वाली छात्रा अनुराधा सैनी को किसी भी प्रकार की सहायता न देकर कुठाराघात कर रही है। ज्ञापन में बताया कि षिक्षा सरकार का दायित्व है इसमें सहयोग करने वाले गैर सरकारी स्कूलों व कर्मचारियों के लिए भामाशाह स्वास्थय बीमा,प्रधानमंत्री जीवन बीमा, अटल पेंशन योजना जैसी योजनाएं राज्य सरकार निजी विद्यालयों के लिए भी बनाए क्योकि हम भी सरकार का कार्य कर रहे है तो वही राजस्थान सरकार द्वारा समानता और मौलिक अधिकारों को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है।
योजनाओं का लाभ निजी विद्यालयों को भी मिलेः जिले के समस्त निजी विद्यालयों और अभिभावकों की ओर से अनुरोध है कि इस भेदभावपूर्ण नीति को बंद कर समान रूप से सरकारी योजनाओं का लाभ निजी विद्यालयों के विद्यार्थियों को दिलवाने के आदेश करवाने की मांग की गई है।
ये रहे मौजुदः इस अवसर पर ग्रामीण जिलाध्यक्ष हनुमानराम चौधरी, महांमत्री प्रेमसिंह राठौड़, आईदानराम चौधरी, उपाध्यक्ष गोपीकिशन पालीवाल, जालमसिंह राठौड़
ब्लॉक अध्यक्ष स्वरूपसिंह भायल, ब्लॉक प्रभारी खेताराम चौधरी, राजेन्द्र सैन, संदीप गौड़, केवल सियोटा, सताराम लेघा, पोलाराम चौधरी, गंगाराम, राजाराम परमार, रूपाराम देवासी, विशाल पटवारी,राजवीर शर्मा, धीरज सुन्देशा, अषोक दवे, छगनलाल प्रजापत, पदमाराम बैरड़, कैलाशदान, दिलीप गहलोत, अशोक प्रजापत, महिपालदान, मोटाराम प्रजापत, विशनाराम प्रजापत, आदि उपस्थित थे।
आखिर क्या कसूर- स्कूल शिक्षा परिवार ग्रामीण जिलाध्यक्ष हनुमानराम चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों के लिए जो दोहरी नीति अपनाई जा रही है हम स्कूल शिक्षा परिवार उसका खुला विरोध करते है उन्होने कहा कि आखिर अनुराधा का कसुर क्या था जहाँ अनुराधा ने बोर्ड परीक्षा में 99.5 प्रतिशत अंक प्राप्त कर राजस्थान में टॉप किया था। जबकि राज्य सरकार द्वारा सरकारी स्कूल में 94 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले को 21 लाख का चेक दिया। जबकि अनुराधा को कुछ नहीं दिया।