जयपुर, 27 मई। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति सरकारी घोषणा या योजना के लाभ का पात्र है और वह अशिक्षित है तो यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उस वंचित व्यक्ति को ऎसी योजना की जानकारी दें। उन्होंने कहा कि कई अशिक्षित श्रमिक जानकारी के अभाव में पंजीकरण का नवीनीकरण नहीं करा पाते और उस लाभ से वंचित रह जाते हैं, जो उन्हें मिलना चाहिए। ऎसे में विभागीय अधिकारियों को ऎसी व्यवस्था लागू करनी चाहिए, जिससे श्रमिक आसानी से नवीनीकरण करा सकें।
श्रीमती राजे शनिवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में श्रम, रोजगार एवं कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा जनजाति क्षेत्र विकास तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा चिकित्सा शिक्षा विभागों से सम्बंधित बजट घोषणाओं की क्रियान्विति की समीक्षा कर रही थीं। उन्होंने कहा कि लम्बित पड़े श्रमिक पंजीकरण आवेदनों का निस्तारण शीघ्र किया जाए। उन्होंने पेंशनरों का प्रतिवर्ष नियमित सत्यापन कराने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की विख्यात फड़ कला को संरक्षित रखने के लिए इसे आने वाली पीढ़ी को सिखाना जरूरी है। उन्होंने इसके लिए कौशल विकास विभाग द्वारा भीलवाड़ा जिले के फड़ कलाकारों के सहयोग से प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में कृषि सम्बंधित कौशल प्रशिक्षण की सम्भावनाओं पर काम किया जाए।