स्मृति सभा मे श्नद्धाजलि देने के लिये जसोल सहित सिवांची मालाणी क्षेत्र से लोग शामिल हुए।
पूर्व सरपंच भंवरलाल भंसाली ने कहाँ आज के प्रदुषण के युग में 100 वर्ष की उम्र में स्वस्थ रहना विज्ञान के लिये प्रयोग का विषय है। कार्यक्रम में तेरापंथ सभा अध्यक्ष मोतीलाल जीरावला, सोहनराज तातेड़, सिवांची मालाणी तेरापंथ क्षेत्रीय संस्थान अध्यक्ष नेमीचंद चौपड़ा, बालोतरा सभा अध्यक्ष धनराज ओस्तवाल, गौतमचन्द सालेचा, सोहनराज वडेरा, प्रकाश श्रीश्रीमाल, नेनमल कोठारी, शांतीलाल बुरड़, कवि अशोक प्रदीप, सुरेश डोसी, ओमप्रकाश सुराणा, अमृतलाल जैन, जितेंद्र J. सालेचा, विकास बोकड़िया, अभिषेक भंसाली, उपासिका सारिका संखलेचा, दिव्या लुंकड़, नेहा बोकड़िया, पूर्वीकादेवी, ज्योतिदेवी, सीमा बोकड़िया, अंकिता वैदमेहता, मोक्षी, आरवी अन्याव सहित प्रबुद्ध वक्ताओं ने कविता, गीत, मुक्तक के माध्यम से अपने विचार रखे। तेरापंथ महिला मंडल जसोल व बोकड़िया परिवार की महिलाओं द्वारा सामूहिक गीतिका के माध्यम से सादर श्रद्धांजलि दी। तेरापन्थ सभा जसोल, श्री ओसवाल समाज जसोल व सिवांची मालाणी तेरापन्थ क्षेत्रीय संस्थान द्वारा स्मृति पत्र का वाचन कर बोकड़िया परिवार को भेंट किया। साथ ही आचार्य श्री महाश्रमण जी, साध्वी प्रमुखाश्री कनकप्रभा, मुनि जिनेशकुमार, साध्वी अखिल यशा, साध्वी महम यशा, साध्वी कर्तव्य यशा के संदेश का वाचन क्रमशः माणकचन्द संखलेचा, शांतिलाल भंसाली, डुंगरचंद सालेचा, संपतराज चौपड़ा, कांतिलाल ढ़ेलडिया, दिव्या बोकड़िया ने किया। आभार ज्ञापन ओमप्रकाश बोकड़िया ने किया तथा कार्यक्रम का सफल संचालन डूंगरचंद सालेचा ने किया।