-मुख्यमंत्री जल स्वावंलबन अभियान के विकास कार्याें मंे गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश
बाड़मेर, 05 सितंबर। मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के जरिए आम आदमी के जीवन मंे परिवर्तन लाने के लिए संवेदनशीलता के साथ कार्य करें। विकास कार्याें की नियमित रूप से प्रभावी मोनेटरिंग के साथ गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने मंगलवार को जिला परिषद सभागार मंे मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तृतीय चरण को लेकर आयोजित जिला स्तरीय प्रशिक्षण के दौरान यह बात कही।
जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि बाड़मेर जैसे जिले के लिए आगामी समय मंे मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान वरदान साबित हो सकता है। बशर्ते आमजन की जरूरत को समझते हुए इसकी क्रियान्विति की जाए। उन्हांेने कहा कि वन एवं जलदाय विभाग के साथ अन्य विभाग भी अतिरिक्त कार्य नहीं समझते हुए इसको प्राथमिकता दें। संबंधित विभागीय अधिकारी एवं कार्मिक अपनी क्षमता के अनुरूप बेहतरीन कार्य करने का प्रयास करें, ताकि आमजन इस अभियान से लाभांवित हो सके। विकास अधिकारी प्रभावी कार्य योजना बनाने के साथ जल एवं मृदा संरक्षण के कार्याें को चिन्हित करें। उन्हांेने विगत अभियानांे मंे बेहतरीन कार्य करने के लिए विभागीय कार्मिकांे को बधाई देते हुए कहा कि प्रस्तावित कार्य निर्धारित समयावधि मंे पूरे करवाए जाए। विगत अभियानांे के अनुभवांे के आधार पर बेहतरीन कार्य करने का प्रयास किया जाए।
इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने कहा कि तृतीय चरण में भी कार्यों को पूरी कार्य योजना एवं टीम भावना के साथ निर्धारित समयावधि के अनुसार डीपीआर बनाकर सही तरीके से कार्य पूरा करें। इसमें किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाए। उन्हांेने बताया कि जिले मंे तृतीय चरण मंे 33 ग्राम पंचायतांे के 95 गांवांे मंे विकास कार्य करवाए जाने है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में सीएसआर एवं भामाशाहों की अधिकाधिक भूमिका सुनिश्चित करने के प्रयास किए जाए। उन्हांेने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तृतीय चरण का कार्य को निर्धारित समयावधि मंे शुरू कर पूर्ण करवाएं।
इस मौके पर अधीक्षण अभियंता जलग्रहण बलवीरसिंह ने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तृतीय चरण की कार्य योजना के बारे में संभागियों को अवगत कराया। उन्हांेने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान का तृतीय चरण 9 दिसंबर से प्रारंभ होगा। उन्होंने पीपीटी के माध्यम से मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान की अवधारणा, गाइडलाइन, अभियान के प्रथम व द्वितीय चरण की सफलता तथा तृतीय चरण की टाइमलाइन, जिला स्तर के प्रपोजड कार्यों का विश्लेषण एवं डीपीआर की तैयारी एवं जलग्रहण कार्यों के चिन्हिकरण गाइडलाइन के बारे मंे जानकारी दी। जिला स्तरीय प्रशिक्षण में अभियान से जुड़े विभिन्न विभागों के जिला, ब्लॉक एवं विकास अधिकारियों ने भाग लेकर उपयोगी सुझाव दिए।