समिति अध्यक्ष तुलसाराम चौधरी ने बताया कि बैठक मे खेड़ के ग्रामीणों व समिति सदस्यों ने बताया कि गांव मे रामकी प्लांट के पास मौजूद सीईटीपी ट्रस्ट की खाली भूमि मे सीईटीपी ट्रस्ट द्वारा खुदाई कर बिना सक्षम अनुमति के रासायनिक प्रदूषित पानी डालने का प्रयास किया जा रही है जो ग्रामीणों के हित मे नही है। ट्रस्ट जोजरी नदी के पास मे अवैध रूप से प्रदूषित पानी का तालाब बनाकर उसे एचआरटीएस प्लांट का रूप देकर एनजीटी की आंखो मे धूल झोककर प्रदूषित पानी को जोजरी नदी मे डालना चाहता है। ग्रामीणों ने कहा कि जोजरी नदी के पास मे प्रदूषित पानी का तालाब बना दिए जाने से खेत खराब हो जाएंगे ओर किसान बेरोजगार हो जाएंगे। किसानो ने कहा कि सीईटीपी ट्रस्ट लूणी नदी को तो बर्बाद कर चुका है लेकिन अब जोजरी नदी को रासायनिक प्रदूषित पानी का दरिया नही बनने दिया जायेगा। साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि सीईटीपी ट्रस्ट मे रात्रि को प्रदूषित पानी की रोकथाम को लिए नियुक्त सिक्युरिटी एजेंसी के कार्मिक रात्रि के समय खेड़ गाव के आस पास खेतो मे रासायनिक प्रदूषित पानी के टेंकर खाली करवा रहे है। इस कारण रासायनिक प्रदूषण का कहर खेड़ गाव के वाशिंदों को झेलना पड़ रहा है । ग्रामीणों ने सीईटीपी की सेक्यूरिटी एजेंसी को हटाने की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि बालोतरा मे ईटीपी आधारित इकाइयो से भी रात्रि के समय प्रदूषित पानी के टेंकर खेड़ सरहद मे खाली किये जा रहे है। प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियो को अनेक बार जानकारी देने के बावजूद मंडल के अधिकारी कोई कार्यवाही नही कर प्रदूषण को बढ़ावा दे रहे है। ग्रामीणों ने बैठक मे ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि किसी भी सूरत मे रामकी प्लांट के पास प्रदूषित पानी का कच्चा तालाब नही बनने दिया जायेगा ओर आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए सक्षम न्यायालय की शरण ली जायेगी। बैठक के दौरान खेड़ गाव के ग्रामीणों ने समिति की मुहिम का समर्थन भी किया।
रासायनिक प्रदूषण की रोकथाम को लेकर ग्रामीण करेगे आंदोलन
रासायनिक प्रदूषण की रोकथाम को लेकर ग्रामीण करेगे आंदोलन
बालोतरा । प्रदूषण निवारण एवम् पर्यावरण संरक्षण समिति की बैठक सोमवार को खेड़ गांव मे आयोजित हुई। बैठक मे बड़ी तादाद मे ग्रामीण उपस्तिथ हुए ओर एक सुर मे कहा कि वे गांव मे किसी भी प्रकार का रासायनिक प्रदूषण सहन नही करेंगे ओर प्रदूषण की रोकथाम के लिए आर पार की लड़ाई लड़ेंगे।