जयपुर, 26 सितम्बर। महिला एंव बाल विकास विभाग द्वारा मंगलवार को जवाहर कला केन्द्र में ‘चिराली- साथ सदा के लिए’ योजना का लोकार्पण किया गया। चिराली योजना के तहत गांवों में महिला सुरक्षा के लिए वॉलीन्टियर्स लगाए जाएंगे तथा महिलाओं के प्रेशर ग्रुप बनाए जाएंगे। योजना की शुरूआत सबसे पहले 7 जिलों बासंवाड़ा, भीलवाड़ा, बूंदी, जालौर, झालावाड़, नागौर तथा प्रतापगढ़ में की जाएगी।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने कहा कि महिला हिंसा की रोकथाम के लिए राज्य सरकार की अभिनव पहल के रुप में ’चिराली‘ योजना प्रांरभ की गई है। महिलाओं की स्थिति समाज में बेहतर करने के लिए यह योजना कारगर साबित होगी। उन्होेंने कहा कि योजना के माध्यम से बने प्रेशर ग्रुप गांव में महिलाओं पर होने वाली हिंसा एवं कुरूतियों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। साथ ही समझाइश से न मानने पर कानूनी प्रावधान का भी प्रयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक योजना के सफल क्रियान्वयन के जनसहभागिता आवश्यक है, चिराली योजना में जनता ही मिलकर अन्य साथियों को महिला सुरक्षा के लिए जागरुक करेगी।
इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती सुमन शर्मा ने कहा कि गांवों में जागरूकता की कमी के कारण महिलाओं पर अनेक अत्याचार होते है। चिराली योजना के माध्यम से प्रेशर ग्रुप जनता को जागरूक करेंगे जिससे महिला हिंसा के रोकथाम में मदद मिलेगी।
कार्यक्रम में सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती रोली सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महिलाओं एवं किशोरियों के सर्वांगीण विकास के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। उन्हाेंने कहा कि ‘चिराली’ योजना के माध्यम से गांवों में सामुदायिक समूह बनेगा जो महिलाओं एवं बालिकाओं के प्रति होने वाली हिंसा की रोकथाम के लिए प्रतिबद्ध रहेगा। इन सामुदायिक समूहों को लगातार मॉनिटरिंग तथा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
इस अवसर पर निदेशक, समेकित बाल विकास सेवाएं, श्रीमती शुचि शर्मा ने चिराली योजना की जानकारी देते हुए बताया कि योजना के तहत कार्यदल का गठन ग्राम पंचायत मुख्यालय तथा राजस्व ग्रामाें में अलग- अलग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत मुख्यालय पर मुख्य समूह एवं राजस्व ग्राम स्तर पर उप समूह का गठन किया जाएगा। प्रत्येक समूह में 20-25 सदस्य होंगे। श्रीमती शर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत स्तर पर साथिन, किशोरी बालिका, जागृत नागरिक वर्ग, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा, महिला जनप्रतिनिधि, अध्यापक- प्राथमिक विद्यालय, तथा सहवृत सदस्य समूह में शामिल कियें जाएगें। साथ ही ग्राम स्तर पर समूह के सदस्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, किशोरी बालिका, आशा तथा सहवृत सदस्य शामिल होंगे।
इससे पहले महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ने ‘चिराली’ योजना के पोस्टर तथा ब्रॉशर का लोकार्पण किया। आयुक्त, महिला अधिकारिता, श्रीमती रिचा खोड़ा ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में यूनएफपीए के स्टेट लेवल हैड श्री सुनील थॉमस जैकब, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी, स्वंय सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में बालिकाएं मौजूद थी।