बाड़मेर। राजस्थान अम्बेडकर शिक्षक संघ का दो दिवसीय शैक्षिक सम्मेलन का
शुभारम्भ शुक्रवार को सुबह 10 बजे शहर के चौहटन रोड़ पर स्थित राजकीय उच्च
माध्यमिक विद्यालय नम्बर चार में किया। इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि कमठा
मजदूर अध्यक्ष लक्ष्मण बडेरा, विशिष्ट अतिथि दलित सेना प्रदेश अध्यक्ष
ज्ञानचन्द गौतम, रुगाराम गर्ग, शिवलाल जैलिया, रतनलाल फुलवारिया, रमेश धारू व
अनेक पदाधिकारियो के द्वारा संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर
पर माल्यार्पण दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। सम्मेलन में
एससी, एसटी, ओबीसी मूल निवासी एवं अम्बेडकर विचारधारा से जुड़े सैकड़ो लोग और
शिक्षकों ने शिरकत की। सम्मेलन में एससी एसटी ओबीसी की ज्वलत समस्याओं दलित
अत्याचार, बैकलाग, आरक्षण बचाओं आदि विचारों पर चर्चा की गई। शिक्षको की
समस्याओं पर विचार-विमर्श कर शिक्षक अपने कर्तव्यों का बेहतरीन तरीके से
निर्वहन कर एक सुसभ्य सुसंस्कारिक नागरिक तैयार कर भारत के विकास में अपनी अहम
भूमिका निभाने पर चर्चा की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लक्ष्मण बडेरा ने कहा
कि, आज के समय में दलितों पर अत्याचार हो रहे है साथ-साथ दलित शिक्षको पर भी
अन्याय बढ़ता जा रहा है। सरकार ने महिला शिक्षा को बढ़ावा देने का नारा तो दिया
लेकिन कई जगह बच्चियो की स्कूल ही बंद कर दी। मैं सदैव आपके साथ हु। मैं आप सब
की मांगे सरकार के आगे रखूँगा। अतः आप सभी से निवेदन की आप सभी बाबा साहब के
सिद्धान्तो का पालन करे और उनके बताये पथ पर चले। तब ही जाकर संघठन आगे बढ़
पाएगा। संघ के प्रवक्ता मुकेश बोद्ध ने कहा कि, आज हमारा देश गुलामी का जीवन
जी रहा हैं। हमारे बाबा साहेब के नाम पर कई संघठन चल रहे है। लेकिन वह बाबा
साहेब के सिद्धांतों पर नही चलते इसलिए हम सभी शिक्षकों को एकजुट रहना होगा
तथा हमें समीक्षा बैठक करनी होगी जिससे हमारे अंदर की सारी कमिया दूर हो सके।
अंत में संघ के अध्यक्ष अर्जुन तंवर ने बताया कि, शनिवार को 13 सूत्रीय मांग
पत्र राज्य सरकार के नाम बाड़मेर जिला कलेक्टर को सौंपा जाएगा। इस दौरान
राजस्थान अम्बेडकर शिक्षक संघ के सभी पदाधिकारी व सैकड़ो शिक्षकों ने सम्मेलन
में शिरकत की।
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