बाड़मेर सोशल मीडिया के अत्यधिक तथा अनावश्यक प्रयोग ने समाज तथा पारिवारिक रिश्तों को बुरी तरह जकड़ लिया है। व्यक्ति दिखावटी जीवन जी रहे है वास्तविक जीवन से दुर हो रहे है उक्त विचार एम.बी.सी. राजकीय कन्या महाविद्यालय बाड़मेर में राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार तथा मानवाधिकार क्लब, राजनीतिक विज्ञान विभाग, एम.बी.सी. राजकीय कन्या महाविद्यालय बाड़मेर, भारत विकास परिषद वीर दुर्गादास राठौड़ शाखा बाड़मेर, एमकेबी स्कूल जयपुर तथा वैज्ञानिक दृष्टिकोण सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित साइबर क्राईम अवेरनेन्स कार्यशाला के तीसरे दिन के प्रथम तकनीकी सत्र के मुख्य वक्ता जोधपुर से आये साइबर क्राईम के विशेषज्ञ माधव गौड़ ने व्यक्त किये। इस दौरान कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजन करते हुए मानवाधिकार क्लब के संयोजक डॉ. हुकमाराम सुथार ने प्रतिभागियों एवं मुख्य वक्ता के बीच संवाद करवाया एवं नरेश भंसाली राजेश शर्मा, डॉ मृणाली चौहान, ओमप्रकाश गौड़, दीपक ठक्कर, मुकेश केला, राजेन्द्र जोशी, प्रकाश शर्मा छात्र संघ की अध्यक्ष तनुजा चारण एवं उपाध्यक्ष नीलम राठौड़, सरोज महेचा, पायल जैन ने विचार रखे।
दुसरे तकनीकी सत्र में नोयडा से आये साइबर क्राईम के विशेषज्ञ संदीप सिह ने हैकिंग और ऐथिकल हैकिंग व फिल्मों एवं मॉडयुल तथा प्रोजेक्टर द्वारा अपना व्याख्यान देते हुए कहा कि हैकिंग के अनेक विकल्प के बारे में बताया जिससे हम हैकिंग का शिकार होने से बच सकते है उन्होने प्रतिभागियों से स्मार्ट फोन पर व्यवाहरिेक प्रयोग करते हुए साइबर क्राईम से बचने के तरीके बताया और कहा कि आज के इस युग मे फोन तो स्मार्ट प्रयोग करते है किन्तु हम स्वयं उतने स्मार्ट नही बन रहे है। इस सत्र की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. ललिता मेहता ने कहा कि हम जानकारी प्राप्त कर साइबर क्राईम के संभावित खतरो से बच सकते है। इस दौरान मुकेश पचौरी, बालसिंह राठौड़, नवलकिशौर, नरेश जांगिड़, किशनाराम पंचारिया, छात्र संघ की महासचिव जीतु चौधरी एवं संयुक्त सचिव धर्मी जांगिड ने परिचर्चा में भाग लिया।
कार्यशाला के समापन की मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. ललिता मेहता ने कहा कि इस कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त किया है वह दुसरो को भी प्रशिक्षित करें तथा समाज में लोगो को साइबर क्राइम से बचने की बात कही। उन्होने प्रतिभागियो से कहा कि साइबर क्राइम के प्रति समाज को जागरुक करे ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रामकुमार जोशी प्रान्तीय अध्यक्ष भारत विकास परिषद ने कहा कि नयी तकनीक को हम सीखे तथा अपनाए ताकि समय के साथ चला जा सके। उन्होने तकनीक के साथ संस्कार अपनाने की बात कही। भारत विकास परिषद वीर दुर्गादास राठौड़ शाखा बाड़मेर के अध्यक्ष एवं कार्यशाला सहसंयोजक डॉ. लक्ष्मीनारायण जोशी अतिथीयों का स्वागत करते हुए इस तीन दिवसीय कार्यशाला की रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजन करते हुए राजनीति विज्ञान विभाग के व्याख्याता डॉ. हुकमाराम सुथार ने बताया कि इस कार्यशाला में साइबर क्राईम के विशेषज्ञ व प्रोफेसर नोयडा, अहमदाबाद, जयपुर एवं पुलिस विश्वविद्यालय जोधपुर से आये और कार्यशाला के प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया इस दौरान वैज्ञानिक दृष्टिकोण के संपादक एवं कार्यशाला के समन्वयक तरूण कुमार जैन ने धन्यवाद देते हुए कहा कि कार्यशाला सफल रही भविष्य में बडे स्तर पर सेमीनार आयोजित करने की बात कही। इस अवसर पर रणवीर सिंह भादु, दिनेश सिंघवी, डॉ.सरिता व्यास, डयालाल, मांगीलाल जैन, हरीश खत्री योगेश पारासर, स्वरुपी, नेमी एवं विभिन्न सरकारी विद्यालयों के प्रधानाचार्य, व्याख्याता, एवं अध्यापकों ने भाग लिया । कार्यक्रम की रिर्पोटिंग गोरधन प्रजापत एवं डॉ. अन्जु सुथार ने की। इस तीन दिवसीय कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले संभागियों को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह वितरित किये गये।