By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Monday, 23 Jun 2025
  • My Feed
  • My Interests
  • My Saves
  • History
  • Blog
Malani Express
  • Home
  • Balotra
    • Barmer
    • Asotra
    • Baytu
    • Khed
    • Kaludi
  • Politics
    • National Politics
    • Press conference
    • Rajasthan Politics
  • Rajasthan
  • Crime
  • Education
    • District Education News
  • Contact US
LATEST NEWS
बाड़मेर में बाल विवाह के खिलाफ प्रशासन की ऐतिहासिक मुहिम: कलेक्टर टीना डाबी की सख्त चेतावनी – अब नहीं चलेगी कोई ढील
बाड़मेर को इलेक्ट्रिक ट्रेनों की सौगात: अब गुवाहाटी तक दौड़ेगी बिना इंजन बदले इलेक्ट्रिक ट्रेन
JEE Main 2025: अंतिम उत्तर कुंजी जारी होने के एक घंटे में हटाई गई, छात्रों में भ्रम की स्थिति​
रेत के रक्षक: राधेश्याम बिश्नोई की गाथा और गोडावण के संरक्षण की अनूठी मुहिम
दिल्ली में बदलेगा मौसम का मिजाज: तेज आंधी और हल्की बारिश की संभावना, यलो अलर्ट जारी
Font ResizerAa
Malani ExpressMalani Express
  • My Saves
  • My Interests
  • My Feed
  • History
  • Travel
  • Opinion
  • Politics
  • Health
  • Technology
  • World
Search
  • Home
  • Personalized
    • My Feed
    • My Saves
    • My Interests
    • History
  • Categories
    • Opinion
    • Politics
    • Technology
    • Travel
    • Health
    • World
  • Contact Us
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Balotra HospitalsHealthindia

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने मनाया महिला दिवस

Thanaram Mali
Last updated: March 9, 2025 12:06 am
Thanaram Mali
Share
SHARE

बालोतरा, 08 मार्च। शनिवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया है। 

सीएमएचओ डॉ. वांकाराम चौधरी ने बताया कि हर साल विश्व भर में यह दिवस एक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। ये दिन महिलाओं को समर्पित है। आज आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, खेल हर क्षेत्र महिलाओं की उपलब्धियों से भरा हुआ है। भारत की बात करें, तो यहां की स्त्रियों में असीम संभावनाएं हैं और वे तमाम तरह की उपलब्धियां हासिल भी कर रही हैं, जिसमें भारतीय संविधान और कानून का विशेष योगदान है। यह यात्रा 1950 में संविधान लागू होने के साथ शुरू हो गई थी। इसमें महिला और पुरुष दोनों को बराबर माना गया है।

आधुनिक दौर में एक महिला एक पूर्ण चक्र है। उसके भीतर सृजन, पोषण और परिवर्तन की असीम शक्ति है। यह शक्ति और भी प्रबल तब हो जाती है जब एक महिला घर की दहलीज से बाहर आकर खुद को कामकाजी महिलाओं के कतार में खड़ी करती है। वास्तव में कामकाजी महिलाएं ही महिला सशक्तीकरण की पर्यायवाची और पूरक हैं। अपने शहर में एक ठेले पर सब्जी बेचने से लेकर बड़े उद्योग की ऑनर तक ऐसे कई उदाहरण हैं आज चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर व महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता पदों पर ज्यादातर महिलाएं हैं, जो महिला सशक्तीकरण की मिशाल पेश कर रही हैं। महिलाओं में अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने का जुनून बढ़ा है। स्टार्टअप खोल रही हैं। अब वह आर्थिक गुलामी से मुक्त हो चुकी है।

जिला कार्यक्रम अधिकारी विजय सिंह ने बताया कि पिछले 25 वर्षों में महिलाओं ने कानून के बल पर बिल्कुल बराबरी का अधिकार पा लिया है। सन 2005 में हिंदू उत्तराधिकार (संशोधन) एक्ट द्वारा संयुक्त परिवार की बेटी को संपत्ति में बेटे के बराबर अधिकार दिया गया। यह अधिकार जन्म के साथ प्राप्त है। विवाह के बाद भी कई ऐसे अधिकार हैं, जिनसे स्त्रियां लाभ उठा सकती हैं। अब उनकी शारीरिक, मानसिक, आर्थिक प्रताड़ना पर रोक लगाई गई है। लिंगानुपात बेहतर हो रहा है। स्टेम (STEM) यानी साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स में आधे एडमिशन लड़कियों के हो रहे हैं। एनडीए और सैनिक स्कूलों में लड़कियों के एडमिशन हो रहे हैं। आर्म्ड फोर्सेज में महिलाओं को परमानेंट कमिशन मिल गया है। अब कार्यस्थल पर महिलाओं का शारीरिक, मानसिक और भौतिक शोषण काफी हद तक रुक गया है। 

इसके अलावा महिला दिवस का मकसद महिलाओं के अधिकारों को लेकर जागरूकता फैलाना भी है ताकि उन्हें उनका हक मिल सके और वह पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें। राजनीति हो, विज्ञान हो, खेल हो या फिर कला और व्यापार हर जगह महिलाएं कमाल कर रही हैं। अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी महिलाएं जबरदस्त उपलब्धियां हासिल कर रही हैं। स्कूल की बोर्ड परीक्षाओं तक में लड़कियां जमकर टॉप कर रही हैं। उनका पास प्रतिशत लड़कों से ज्यादा रहता है। हर साल इंटरनेशनल वूमेन्स डे एक थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल महिला दिवस के लिए थीम ‘एक्सीलरेट एक्शन (Accelerate Action)’ तय की गई है। इसका मतलब है अपने प्रयासों में तेजी लेना। यह थीम लैंगिक समानता की तत्काल आवश्यकता पर जोर देती है। विश्व आर्थिक मंच के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान गति से 2158 तक भी पूर्ण लैंगिक समानता हासिल नहीं की जा सकती है। यह थीम सरकारों, संगठनों और व्यक्तियों से बाधाओं को दूर करने और महिलाओं के लिए समान अवसरों के माहौल को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक प्रयासों को प्रोत्साहित करती है।

Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Telegram Copy Link
Previous Article बाड़मेर जिले में विकास के नए कीर्तिमान बनेंगे- प्रभारी मंत्री विश्नोई
Next Article बालोतरा के पीएनपी हैंडलूम में सुबह-सवेरे लगी भीषण आग, दमकल कर्मियों की सूझबूझ से टली बड़ी अनहोनी

You Might Also Like

Healthराजस्थान समाचार

राजस्थान की स्वास्थ्य व्यवस्था पर अशोक गहलोत की चिंता, सरकार की कार्यशैली पर उठाए सवाल

By Thana Ram Mali

जसोल धाम में त्रयोदशी पर उमड़ा श्रद्धालुओं की आस्था का सैलाब, दर्शन पूजन कर मांगी मन्नतें

By Thanaram Mali
india

सांसद गरबा महोत्सव में थिरके डांडिया, झूम उठे बाड़मेर जैसलमेरवासी

By Thanaram Mali
india

जैन समाज के प्रति घृणा एवं वैमनस्य को लेकर बेबुनियाद आरोप लगाने वाले अनूप मण्डल पर कार्यवाही की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

By Thanaram Mali
Malani Express
Facebook Whatsapp Youtube Instagram X-twitter

About Us (हमारे बारे में)

मालानी एक्सप्रेस, एक ऐसा मंच है जो सटीक और निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से समुदायों को जोड़ता है। राजस्थान के बाड़मेर और बालोतरा क्षेत्र की समस्याओं और उपलब्धियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, हम आपके विश्वास को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

Top Categories
  • World
  • Opinion
  • Politics
  • Tech
  • Health
  • Travel
Usefull Links
  • Contact Us
  • Advertise with US
  • Complaint
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy

© Malani Express.  All Rights Reserved. Made with ❤️ by Mox Rathore

Follow US
© ‧ Malani Express. All rights reserved. Made with ❤️ by Mox Rathore
Go to mobile version
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?