भारत में राष्ट्रपति का चयन अप्रत्यक्ष निर्वाचन प्रणाली से होता है. जिसमें इलेक्टोरेट कॉलेज के जरिए चुनाव होता है. यानी हर चुने हुए सांसद विधायक और विधान परिषद सदस्यों के आधार पर राज्यों का मतांक तय किया जाता है. लिहाजा जहां संसद के दोनों सदनों के सदस्य मतदान करते हैं. वहीं राज्यों के चुने हुए प्रतिनिधि भी सूबों में मतदान करेंगे
सरकार की इस रणनीति के बीच संसद भवन के कमरा नंबर 108 और 79 में संसदीय सचिवालय की एक टीम ने नए राष्ट्रपति के चुनाव की तैयारियों पर काम भी शुरू कर दिया है. राष्ट्रपति चुनाव के निर्धारित कैलेंडर के मुताबिक देश के प्रथम नागरिक का चुनाव 25 जुलाई 2017 तक कर लिया जाना है वही दूसरी और भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत और बिना सहयोगियों के अपने दम पर सरकार बनी है तथा कई राज्यों में सरकार बनाने के बावजूद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह आजकल एनडीए सहयोगियों को खुश करने में लगे हैं।