जयपुर, 7 अगस्त। यूनिवर्सिटी ऑफ साउथम्पटन, यूके प्रदेश के रिमोट क्षेत्रों के विद्यालयों में वाई-फाई नेटवर्क की स्थापना के साथ ही कुछ विशेष क्षेत्रोंं को सामाजिक क्षेत्र का नेतृत्व प्रदान करते नवीनम शैक्षिक पहल के लिए सहयोग करेगी। इसके अलावा यूएई के संस्कृति एवम् ज्ञान विकास मंत्रालय ने भी राजस्थान में शिक्षा क्षेत्र में बहुत से स्तरों पर साझेदारी और सहयोग करने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुधरा राजे की पहल पर सीतापुरा स्थित जेईसीसी में आयोजित दो दिवसीय ‘फेस्टिवल ऑफ एजुकेशन’ आए यूनिवर्सिटी ऑफ साउथम्पटन के प्रतिनिधि और यूएई के संस्कृति और ज्ञान विकास मंत्री श्री शेख नाह्यन मबारक अल नाह्यन ने इस संबंध में जानकारी दी।
‘फेस्टिवल ऑफ एजुकेशन’ के विभिन्न सत्रों में राजस्थान में शिक्षा क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की विदेशों से आए शिक्षाविदें ने विशेष रूप से सराहना की। इस दौरान ब्रिटिश कौंसिल भी राजस्थान को ‘हायर एजुकेशन हब’ बनाने में साझेदारी करने के लिए आगे आई है। ब्रिटिश काउन्सिल राजस्थान के विद्यालय और महाविद्यालयों में वैश्विक स्तर पर विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुखी बनाने के अंतर्गत अंग्रेजी बोलने के लिए तैयार करने में भी सहयोग करेगी।
सुप्रसिद्ध सिने अभिनेता अक्षयकुमार ने भी प्रदेश में विद्यालयों में हाइजीन और सेनिटेसन के लिए हर संभव सहयोग करने का विश्वास दिलाया है। इस फेस्टिवल में सम्मलित होने आये सुप्रसिद्ध योगविद् श्री भरत ठाकुर ने जहां राजस्थान में योग विश्वविद्यालय की स्थापना में सहयोग देने की मंशा जताई है, वही इस उत्सव से ही राज्य में पहली शंकर महादेवन म्यूजिक अकादेमी की स्थापना की भी राह खुली है।
फेस्टिवल में विद्यालयों के सुदृढीकरण के लिए स्थापित और लांच किये गए ‘ज्ञान संकल्प पोर्टल’ और ‘मुख्यमंत्री विद्यादान कोष’ में 5 करोड़ की राशि का अभूतपूर्व सहयोग प्राप्त हुआ है।
देश में पहली बार आयोजित हुए ‘फेस्टिवल ऑफ एजुकेशन’ की सफलता को देखते हुए यह तय किया गया है कि अब प्रतिवर्ष प्रदेश में इस तरह का आयोजन किया जाएगा। यह भी घोषणा की कि आगामी ‘फेस्टिवल ऑफ एजुकेशन’ वर्ष 2018 में झीलों की नगरी उदयपुर में आयोजित किया जाएगा।