जयपुर, 5 अगस्त। जेईसीसी में विभिन्न शैक्षिक सत्रों और होने वाले अन्य आयोजनों में राज्य की शिक्षण संस्थाओं और सुधि श्रोता, दर्शकों की मांग पर यह तय किया गया है कि रविवार को वहां पर सभी के लिए प्रवेश खुला रहेगा। प्रदर्शनी हॉल के साथ ही शैक्षिक संवाद सत्रों में भी आम जन बगैर किसी औपचारिक पास के प्रवेश कर सकेंगे।
सीतापुरा स्थित जेईसीसी में चल रहे ‘फेस्टिवल ऑफ एजूकेशन’ में शिक्षा में नवाचारों, नवीन तकनीकियों के प्रयोग के साथ ही बदलते दौर में बगैर स्कूल शिक्षा और शिक्षा मे संप्रेषण का माध्यम संगीत जैसे विभिन्न सत्रों में शनिवार को सुनने वालों की बेतहाशा भीड़ रही।
सुप्रसिद्ध संगीतकार एवं गायक शंकर महादेवन ने अपनी विभिन्न संगीत प्रस्तुतियों के जरिए संगीत को शिक्षण में संप्रेषण का बेहतरीन माध्यम बताया तो उपस्थित श्रोता समूह ने जमकर उनकी बात की ताईद की। सुप्रसिद्ध छायाकार रघुराय ने एक सत्र में युवाओं का आह्वान किया कि वे अपनी सृजनात्मक क्षमता को निरंतर बढ़ाते हुए पूर्ण समर्पित होकर जीवन के लक्ष्य के लिए आगे बढ़ें। उन्होंने अपने अनुभव भी सत्र में साझा किए। एक दूसरे सत्र में ख्यातनाम अभिनेत्री शबाना आजमी ने शिक्षा पर रोचक संवाद किया। उन्हाेंने कहा कि शिक्षा रटने और उगलने का काम नहीं है, यह दिमाग की स्वतंत्रता के लिए है। राजकीय विद्यालयों को और अधिक बेहतरीन किए जाने की चर्चा में भी श्रोताओं ने सम्मिलित होते हुए स्वयं अपने स्तर पर सुझाव भी दिए। इसी तरह एक सत्र में वैश्वीकरण में शिक्षा के बदलते आयामों पर रोचक चर्चा हुई जिसमें वैकल्पिक शिक्षा पर विषद् चर्चा हुई।