श्रीगंगानगर। भ्रूण लिंग जांच मामले में पीसीपीएनडीटी टीम ने लगातार 75 वी डिकॉय कार्रवाई करते हुए श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। टीम ने मौके से दलाल सतनाम सिंह व छोलाछाप डॉक्टर सुरजीत सिंह को पकड़ा है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। इस मामले में प्रथम-दृष्टया भू्रण लिंग जांच करवाने वालों से ठगी का मामला सामने आया है, क्योंकि दलाल सही सोनोग्राफी करवाने के बाद अपने स्तर पर ही गर्भ में लडक़ा-लडक़ी होना बताते थे। पूछताछ में पता चला है कि जहां ऑबोर्शन की कमाई दिखती वहां लडक़ी होना बता देते, जबकि कुछेक मामलों में लडक़ा होना बताते। *एनएचएम के मिशन निदेशक एवं पीसीपीएनडीटी के राज्य प्राधिकारी नवीन जैन के निर्देशों पर हुई इस कार्रवाई में जयपुर व श्रीगंगानगर के सदस्य शामिल रहे।* बहरहाल, आरोपियों के खिलाफ पीबीआई थाना में मामला दर्ज कर तफ्तीश की जा रही है।
पीबीआई थाना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुवीर सिंह ने बताया कि मुखबिर के जरिए इत्तला मिल रही थी कि भ्रूण लिंग जांच करने वाला एक गिरोह श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ में सक्रिय है और वे ऑबोर्शन भी करवाते हैं। इसकी पुष्टि होने पर श्रीगंगानगर की बोगस ग्राहक के जरिए दलाल अमृतपाल से संपर्क साधा, जिसने भ्रूण लिंग जांच करवाने के चालीस हजार रुपए मांगे और दोनों जिलों सहित कहीं भी आस-पास जांच करवाने की बात कही। दलाल ने शनिवार दोपहर महिला को एक गांव में बुलाया और बाद में हनुमानगढ़ जंक्शन आने का कहा। यहां दलाल स्वास्तिक हॉस्पीटल में नियमित जांच करवाई और उसके बाद महावीर हॉस्पीटल बुलाया। जहां महिला के सहयोगी को छोड़ महिला को बोम्बे हॉस्पीटल बुलाया। दलाल ने महिला को कई बार इधर-उधर हॉस्पीटलों में घुमाता रहा और किसी के साथ नहीं होने की संतुष्टि पर उसने तय की गई राशि बोम्बे हॉस्पीटल की लैब में दूसरे दलाल सतनाम सिंह को देने के लिए कही, जिस पर उसे रुपए दे दिए गए। इसके बाद शाम सात बजे तीसरे दलाल सुरजीत सिंह के जरिए भांभू हॉस्पीटल में नियमित सोनोग्राफी करवाई और कुछ देर बाद नतीजा बताने की बात कही। इस दौरान इशारा पाते ही टीम ने 38 वर्षीय सुरजीत पुत्र रेशम सिंह निवासी अमरपुरा थेड़ी को मौके पर ही पकड़ लिया, जबकि बोम्बे हॉस्पीटल की लैब से 26 वर्षीय सतनात सिंह पुत्र गुरदीप सिंह रायसिख निवासी सुरेशिया को गिरफ्तार किया। तीसरा दलाल अमृतपाल पहले ही पैसों का बंटवारा कर जा चुका था, जिसकी तलाश में उसके घर एवं अन्य ठिकानों पर दबिश दी लेकिन वह नहीं मिला। वहीं इस मामले में बोम्बे हॉस्पीटल संचालक एवं भांभू हॉस्पीटल संचालक से पूछताछ और भांभू हॉस्पीटल से दस्तावेज जब्त किए गए। पूछताछ में दलालों ने बताया कि वे लंबे अर्से से यह धंधा कर रहे हैं और अपने स्तर पर ही भ्रूण लिंग के बारे में बताकर वे 30 से 40 हजार रुपए में सौदा तय करते हैं।
ये रहे टीम में शामिल
टीम में जयपुर पीबीआई थाने के सीआई अरुण चौधरी, एसआई विक्रम शेवावत, शंकर, देवेंद्र, श्रीगंगानगर पीसीपीएनडीटी प्रभारी रणदीप सिंह, सीओआईईसी विनोद बिश्रोई, आशा प्रभारी रायसिंह सहारण, हनुमानगढ़ पीसीपीएनडीटी प्रभ महमूद खान सहित बतौर सहयोगी कैलाश दिनोदिया व विकास बिश्रोई आदि शामिल रहे।
*सफलतम कार्यवाही के लिए IAS अधिकारी #नवीन_जैन_को बधाई*
#कथित भ्रूण लिंग जांच करने वाला 75 वा गिरोह पकड़ने की बड़ी सफलता का हर कोई श्रेय IAS अधिकारी नवीन जैन और उनकी निडर टीम को दे रहे है।
-मिशन निदेशक नवीन जैन के निर्देशों पर हुई कार्रवाई,
पाली जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेन्द्र सिंह शेखावत बेटी बचाओ अभियान के प्रचारक और जिला अधिकारी के सी सेनी बाली ब्लाक चिकित्सा अधिकारी डॉ हितेन्द्र वागोरिया महिला बाल विकास सस्थान और जगरुख महिला सगठनो ने भी बड़ी कार्यवाही पर बधाई प्रेषित की।