व्यक्तिगत टांका निर्माण में घपले का आरोप।
घटिया तरीके से किया जा रहा टांकों का निर्माण मिठड़ा खुर्द ग्राम पंचायत का मामला
धोरीमन्ना पंचायत समिति के मीठड़ा खुर्द ग्राम पंचायत में व्यक्तिगत टांका निर्माण में घटिया तरीके से टांकों का निर्माण करवाने का मामला सामने आया है। विकास अधिकारी धोरीमन्ना को ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपकर बताया कि व्यक्तिगत टांका निर्माण में घटिया तरीके से टांकों का निर्माण किया जा रहा है। सेक्शन के हिसाब से टांकों पर पुरी निर्माण सामग्री नहीं डाली जाती है ओर बिल में सिमेन्ट के 70 कट्टे दर्शाये जाते हैं। लेकिन टांके पर सिर्फ 35 कट्टे ही दिए जाते हैं। इसके अलावा अन्य सामग्री गिट्टी मूंगिया बजरी भी बिल में ज्यादा बताई गई है तथा टांका निर्माण में कम सामग्री दी जाती है। विरोध करने पर टांकों का निर्माण कार्य रोक दिया जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या के संबंध में कई बार अवगत भी करवाया ओर राजस्थान संपर्क पोर्टल पर शिकायत के साथ सबुत भी पेश किए गए। लेकिन हर बार शिकायत को झूठी बताकर निस्तारण कर दिया जाता है हो रहे घोटालों को लेकर सही जांच नहीं हो पा रही है। इसके साथ ही नरेगा में सार्वजनिक कार्य को मशीनों द्वारा किया जा रहा है। और फर्जी जॉब कार्ड भर कर भुगतान उठा लिया जाता है। इस दौरान मोहनलाल, जुंझाराम, गोरधनराम चेलाराम भूराराम गेनाराम सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे।
घटिया तरीके से किया जा रहा टांकों का निर्माण मिठड़ा खुर्द ग्राम पंचायत का मामला
धोरीमन्ना पंचायत समिति के मीठड़ा खुर्द ग्राम पंचायत में व्यक्तिगत टांका निर्माण में घटिया तरीके से टांकों का निर्माण करवाने का मामला सामने आया है। विकास अधिकारी धोरीमन्ना को ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपकर बताया कि व्यक्तिगत टांका निर्माण में घटिया तरीके से टांकों का निर्माण किया जा रहा है। सेक्शन के हिसाब से टांकों पर पुरी निर्माण सामग्री नहीं डाली जाती है ओर बिल में सिमेन्ट के 70 कट्टे दर्शाये जाते हैं। लेकिन टांके पर सिर्फ 35 कट्टे ही दिए जाते हैं। इसके अलावा अन्य सामग्री गिट्टी मूंगिया बजरी भी बिल में ज्यादा बताई गई है तथा टांका निर्माण में कम सामग्री दी जाती है। विरोध करने पर टांकों का निर्माण कार्य रोक दिया जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या के संबंध में कई बार अवगत भी करवाया ओर राजस्थान संपर्क पोर्टल पर शिकायत के साथ सबुत भी पेश किए गए। लेकिन हर बार शिकायत को झूठी बताकर निस्तारण कर दिया जाता है हो रहे घोटालों को लेकर सही जांच नहीं हो पा रही है। इसके साथ ही नरेगा में सार्वजनिक कार्य को मशीनों द्वारा किया जा रहा है। और फर्जी जॉब कार्ड भर कर भुगतान उठा लिया जाता है। इस दौरान मोहनलाल, जुंझाराम, गोरधनराम चेलाराम भूराराम गेनाराम सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे।