जयपुर, 15 अक्टूबर। आमजन के सामाजिक सरोकारों और बेहतर स्वास्थ्य को लेकर सरकार हर स्तर पर बहुआयामी सार्थक प्रयासों को अंजाम दे रही है। केन्द्र और राज्य सरकार की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभागीय योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ पाकर जरूरतमन्द रोगी नई जिन्दगी जीने लगे हैं।
राजस्थान प्रदेश में भी सेहत सँवारने और रोगियों के ईलाज से जुड़ी कई गतिविधियाँ संचालित हो रही हैं जिनकी बदौलत बहुत बड़ी संख्या में उन लोगों को नया जीवन मिला है जिन्होंने अर्थाभाव में जिन्दगी की आस तक छोड़ दी थी।
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में बिजौलिया क्षेत्र के नयागांव के मोहित (आयु 18 माह) के जन्म के कुछ दिन बाद ही उसके परिवारजनों के पाँव तले जमीन खिसक गई जब डॉक्टरों ने बताया कि मोहित को जन्मजात दिल की बीमारी है।
मोहित के पिता अनिल धाकड़ ने भी बताया कि उनके बेटे की थोड़ी दूर चलने के बाद साँसें फूल जाती थी और वह सामान्य बच्चों की तरह खेल भी नहीं पाता था। अर्थाभाव की विवशता में मोहित के ईलाज की चिन्ता घरवालों को सताने लगी और पूरा परिवार अपने नौनिहाल के भविष्य को लेकर चिन्तित हो उठा। खेती-बाड़ी से परिवार चलाने वाले पिता अनिल धाकड़ भी यह सोचकर निराश हो उठे कि अल्प आय के कारण मोहित के दिल का ऑपरेशन कैसे संभव हो पाएगा?
इसी बीच मोहित के घर वालों को उस समय आशा की किरण नज़र आयी जब उन्हें बताया गया कि सरकार के राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में जन्मजात बीमारी से परेशान 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए निःशुल्क उपचार की सुविधा उपलब्ध है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश भर में क्रियान्वित हो रहे इस कार्यक्रम के बारे में पूरी जानकारी पाकर परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के अंतर्गत मोबाईल हैल्थ टीम में नियुक्त डॉ. राजेश एवं डॉ. सीमा यादव द्वारा आँगनवाड़ी केन्द्र पर मोहित स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और रैफर कार्ड जारी कर जाँच एवं उपचार के लिए जिला चिकित्सालय पर रैफर किया जहाँ मोहित की प्रारम्भिक जाँच कर स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम नोडल अधिकारी और आरसीएचओ डॉ. चेतेन्द्रपुरी गोस्वामी एवं अतिरिक्त नोडल अधिकारी डॉ सोनिया छाबड़ा ने मोहित के आरबीएसके रैफर कार्ड का सत्यापन किया जिसमें पाया गया कि मोहित को दिल में छेद की जन्मजात बीमारी है और उसका शुद्ध रुधिर अशुद्ध रुधिर के साथ मिल रहा है।
डॉ. गोस्वामी ने मोहित की स्थिति के बारे में विभागीय निदेशालय को अवगत कराया। राज्य स्तर से अनुमोदन के बाद मोहित धाकड़ का ऑपरेशन राज्य सरकार के पैनल में शामिल निजी चिकित्सालय मित्तल हॉस्पीटल, अजमेर में किया गया। मोहित अपने परिवार के साथ अब स्वस्थ और खुश है।
मोहित के पिता और घरवाले सरकार के इस कार्यक्रम से बेहद प्रफुल्लित और अभिभूत हैं और कहते हैं कि सरकारी सुविधा न होती तो बेटे को लेकर जिन्दगी भर आशंकाओं और चिन्ताओं का दौर बना रहता। पूरा परिवार सरकार के प्रति आभार जताते हुए कहता है कि आमजन की सेहत की रखवाली के प्रति संवेदनशील रहते हुए बीमारियों से मुक्ति दिलाने वाली सरकार ही सच्ची सरकार है। भगवान उन सभी लोगों को दीर्घायु एवं यशस्वी जीवन दे, जो ऎसी जनहितकारी योजनाओं के जरिये लोगों को नई जिन्दगी दे रहे हैं। भगवान के घर से जो कमी रह गई थी उसे सरकार ने अपना बेटा मानकर पूरी कर दी है। यह कमाल प्रजावत्सल सरकार ही कर सकती है।